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Bus Kahani Hai | Hindi | बस कहानी है |

Bus Kahani Hai | Hindi | बस कहानी है |

Neo

Honest conversations, storytelling and Shayarana ambience !! This defines the audio files, that you are about to consume. If my conversation entices your imaginations, "You know how to follow me!!" ज़िंदगी बहुत सारी छोटी- छोटी कहानियों को मिलाकर बनती है। हर रोज़ हम एक कहानी जीते है, एक कहानी से मिलते है। कुछ कहानियां हमेशा के लिए यादगार बन जाती है, तो कुछ हमे हमारी मौजूदा शख्सियत देती है। बस कहानी है - यही है। ज़िंदगी बहुत सारी छोटी- छोटी कहानियों को मिलाकर बनती है। उनमें से कुछ ऐसी होती हैं, जिन्हें सुनाने का मन करता है। किस्से कहानियों के इस सफर मे, मै आपका हमसफ़र - नियो।

8 - वोह पूरे मुझमें, मैं आधा उनमें | Two halves make me one |
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  • 8 - वोह पूरे मुझमें, मैं आधा उनमें | Two halves make me one |

    Parents know you, not as much as you know them for they only have half of you and you have both of them in you. आपके माता पिता आपको समझते है लेकिन उतना नहीं समझ सकते जितना आप उन्हें समझ सकते हैं।

    Sun, 07 Jun 2020 - 06min
  • 7 - दोस्ती | Friendship

    हम जब घर के बाहर की दुनिया में निकलते है तो सबसे पहला जो रिश्ता बनाते है वह होता है दोस्ती का। जाने अंजाने में, हमे हमारे दोस्त बहुत कुछ सीखा जाते है, जो हमारी पर्सनैलिटी का हिस्सा बन कर हमारे साथ रहता है। सुनिए मेरी अपनी ही एक कविता पर based यह Episode दोस्ती।

    Sun, 24 May 2020 - 05min
  • 6 - Mujhse Pehli Si Mohabbat | Faiz Ahmed Faiz | मुझसे पहली सी मोहब्बत | फ़ैज़ |

    Faiz is an incredible Urdu poet. He has inspired, generations of literature lovers across the globe. "Mujhse Pehli si Mohabbat" remains his magnum opus and has touched people of all ages and genre. The episode also includes nazm sang by Syed Mehran and my own recitation of this famous Nazm. Come and fall in love with Faiz Ahmed Faiz all over again. Follow me on Instagram https://www.instagram.com/neoimaginations/ " मुझसे पहली सी मोहब्ब मेरी मेहबूब ना मांग " फ़ैज़ साहब की बेहतरीन नज्मों में से एक नज़्म है। इस नज़्म की खासियत है कि, ये एक ही वक़्त पर रोमेंस और सामाजिक हालातो को रुबरू लाकर खड़ा कर देती है। सुनिए मेरी आवाज़ में नज़्म का recitation और जानिए कुछ दिलचस्प बातें ग़ालिब और फ़ैज़ साब के बारे में।

    Sun, 10 May 2020 - 00min
  • 5 - खिड़की के बाहर | Khidki ke baahar | Labour Day special

    This episode is an adaptation of my article "A Shade of Life" on my blog "Neoimaginations" on blogspot. I looked outside the window to have an idea of temperature outside on a summer afternoon and what I saw touched me deeply and pondered ne over a thought. The same thought is the essence of this episode. Find my article Shade of Life here https://neoimaginations.blogspot.com/2013/08/a-shade-of-life.html Please subscribe and share my podcast with your friends and connect with me on Instagram @neoimaginations. #storytelling #storypodcast #lifelessons " खिड़की के बाहर " मेरे ही ज़िंदगी का एक वाक्या है । अक्सर हम कुछ बातों को नज़र अंदाज़ कर जाते है जहां अगर थोड़ी गहराई से सोचा जाए तो किसी के दर्द का एहसास किया जा सकता है। यह बात है एक गरमियों की दोपहर की, जब मैंने अपनी खिड़की के बाहर कुछ ऐसा मंज़र देखा कि सोचने और लिखने पर मजबूर हो गया। सुनिए मेरी जुबानी एक और कहानी।

    Sun, 03 May 2020 - 12min
  • 4 - ट्रेन से चलें क्या? | Train se Chale kya? | हिंदी

    This episode is all about the magic of trains in our lives.  The vivid picturization of train memories marks the highlight of this show. Share and celebrate your love for trains. ट्रेन हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। बड़े - छोटे, सभी को ट्रेन से बहुत लगाव होता है। ट्रेन के सफर की कुछ कहानियां हमें हमेशा के लिए याद रह जाती है। ट्रेन ना केवल शहरों को जोड़ती है, बल्कि दिलों को भी जोड़ती है। रात को किसी शहर के आने से पहले, बजने वाला ट्रैन का हॉर्न मानो किसी के दिल की खुशियों का ऐलान कर रहा होता है कि यारो में में अपने शहर अगया हूं। साथ ही जानिए रस्किन बोंड की कहानियों में ट्रेन के सफर का बेहतरीन इस्तेमाल जो उनकी शॉर्ट स्टोरीज को और भी यादगार बनाता हैं।

    Sun, 26 Apr 2020 - 20min
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