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Naami Giraami is a Hindi podcast by Aaj Tak Radio on biographies of influential and powerful people.
Audio packages on Stories and life journeys of famous personalities of India and around the world. Catch up with a new episode every Monday.
नायक और खलनायक. विद्वान और महारथी. कला के ऐसे सितारे जो अब भी आसमान में चमकते हैं. और ऐसी हस्तियां जो इतिहास में अमर हैं. उजले व्यक्तित्व के धनी भी. और स्याह पहलुओं वाले लोग भी. ये वो लोग हैं जो मशहूर हैं. ये हैं, नामी गिरामी. सुनिए, हर सोमवार आज तक रेडियो पर.
- 492 - भारतीय जासूस जिसे इंदिरा गांधी ने दिया ‘ब्लैक टाइगर’ का टाइटल!: नामी गिरामी, Ep 279
भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी R&AW का शानदार जासूस जिसे आज भी भारत के सबसे बेहतरीन जासूसों में से एक माना जाता है. वो जिसकी जांबाज़ी से प्रभावित होकर खुद उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उसे ब्लैक टाइगर का नाम दिया था. वो जो पहचान बदलकर पाकिस्तान भी गया और फिर पाकिस्तान की सेना में शामिल भी हुआ. जिस वजह से भारत का शैतानी पड़ोसी अपने नापाक इरादों में नाकाम रहा. सुनिए इंडियन स्पाई रवींद्र कौशिक उर्फ द ब्लैक टाइगर की कहानी ‘नामी गिरामी’ में
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: सचिन द्विवेदीMon, 18 Nov 2024 - 491 - अंतिम सांस तक रियाज़ करने वाली लोकगायिका जो छठ पर्व की पहचान बन गईं: नामी गिरामी, Ep 278
पिछले चार दशकों में छठ गीतों का पर्याय बन चुकीं शारदा सिन्हा संगीत के प्रति अंतिम सांस तक ईमानदार बने रहने की अनूठी मिसाल थीं. 'बिहार कोकिला' के नाम से मशहूर शारदा सिन्हा ने स्त्रियों के विरह और सुख-दुख को संगीतमय अभिव्यक्ति दी. मैथिली और भोजपुरी गीतों में उनका योगदान बेहद अनूठा रहा. सुनिए उनकी ज़िंदगी के छूए-अनछुए पहलू नामी गिरामी में.
प्रड्यूसर: अतुल तिवारी
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 11 Nov 2024 - 490 - इस्मत और मंटो किस राइटर से जलते थे?: नाम गिरामी, Ep 277
इस लेखक ने अपने जीवन में बहुत लिखा. 20 नॉवल, 30 कहानी संग्रह, दर्जनों रेडियो नाटक और कुछ फिल्में भी. मगर उसका चमत्कार ये था कि इसने कहानियां, रेखाचित्र, संस्मरण, व्यंग्य, हास्य व्यंग्य, रोमांस, ट्रेजडी सब लिखा और सब शानदार. और दम तोड़ा तो भी लिखते लिखते. उनके लिखने के बारे में ही एक बार इस्मत चुग़ताई ने मंटो से कहा था- “मंटो मैं और तुम तो कूड़े के ढ़ेर उधेड़ते हैं, वो अपनी लाइनों से बेल बूटे टांकता है”. इस नामी गिरामी में कहानी सुनिए मशहूर लेखक कृष्ण चंदर की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंहMon, 04 Nov 2024 - 489 - हिटलर के बाद यहूदियों को सबसे गहरा जख़्म देने वाला सिनवार इज़रायल की जेल से कैसे बाहर निकला?: नामी गिरामी, Ep 276
दुनिया उसे हमास का नेता, फिलिस्तीनियों का मसीहा और ईरान का दोस्त मानती थी लेकिन याह्या सिनवार ख़ुद को इज़रायल का विनाशक मानता था. इस एपिसोड में जानेंगे याह्या सिनवार के बारे में, जिसने अपनी जवानी के ज़्यादातर साल इज़रायल की जेलों में बिताए. उसी ने इज़रायल पर अब तक के सबसे बड़े हमले की योजना बनाई, और इज़रायल की सेना जिसे शैतान का चेहरा मानती थी. सुनिए 'नामी गिरामी' में उसकी ज़िंदगी के किस्से.
प्रड्यूसर - कुंदन
साउंड मिक्सिंग - कपिल देव सिंहMon, 28 Oct 2024 - 488 - 'जंगली’ एक्टर जिसने सिनेमा को सिखाया ‘Twist’: नामी गिरामी, Ep 275
शोमैन राज कपूर, ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार और स्टाइल स्टेटमेंट देव आनंद की सीरियस एक्टिंग के दौर में किसे पता था कि भारतीय सिनेमाघरों से ‘याहू’ की आवाज़ उठने लगेगी. किसे पता था कि इन दिग्गज एक्टर्स को चुनौती देता एक थिरकता, उछलता, कूदता सितारा सबके दिलों पर यूं छाएगा जैसे कोई ‘दीवाना बादल’ हो. किसे पता था कि आसमान से आया फरिश्ता प्यार के पैगाम के साथ साथ भारतीय सिनेमा में वेस्टर्न स्टाइल डांस का तड़का लगा देगा और कहलाएगा भारत का एल्विस प्रेस्ली. ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में सुनिए कहानी शम्मी कपूर की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंहMon, 21 Oct 2024 - 487 - नमक से लेके गाड़ी को घर घर तक पहुंचाने वाला उद्योगपति!: नामी गिरामी, Ep 274
भारतीयों की एक पूरी पीढ़ी गुज़री है जिसने अक्सर एक दौर में अमीरी और समृद्धि का पर्याय टाटा नाम के सरनेम को माना है. मगर एक टाटा परिवार का एक वंशज ऐसा भी था जिसने टाटा के फ्लोर पर काम भी किया और फिर उसी फ्लोर पर राज भी किया. नैनो और इंडिका जैसी कारों को बनाया, तो जैगुआर जैसे कार कंपनियों का अधिग्रहण भी किया. ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में कहानी मशहूर उद्योगपति रतन टाटा की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: सचिन द्विवेदीMon, 14 Oct 2024 - 486 - कहानी हरियाणा के विकास पुरुष से तानाशाह तक का सफर तय करने वाले नेता की : नामी गिरामी, Ep 273
हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रहे चौधरी बंसीलाल के बारे में आम लोगों की मिली-जुली धारणा है. बंसीलाल अपने राजनीतिक कार्यकाल में कई कारणों से मशहूर रहे. राज्य में नहरों का जाल बिछाने, पूरे प्रदेश में बिजली की व्यवस्था और गांव-गांव सड़कें पहुंचाने वाले बंसीलाल पर कुंवारे लड़कों की जबरन नसबंदी का आरोप भी लगा. बंसीलाल को देवीलाल ने हथकड़ी पहनाकर खुली हुई पुलिस-जीप में हरियाणा की सड़कों पर क्यों घुमाया? उन्हें अपनी चुगलियों को जानने में विशेष रूचि क्यों थी? गांधी परिवार के प्रति वफादारी का उन्हें क्या-क्या इनाम मिला? विकास पुरुष कहे जाने वाले बंसीलाल कैसे तानाशाह हो गए? कैसे बंसीलाल ने BJP की मदद से सरकार तो बनाई लेकिन उनकी सरकार बचाई कांग्रेस ने? सुनिए चौधरी बंसीलाल के जीवन के दिलचस्प किस्से 'नामी गिरामी' में.
Mon, 07 Oct 2024 - 485 - संत तुकाराम ने अपना सारा लिखा नदी में क्यों बहा दिया था?: नामी गिरामी, Ep 272
किसी कवि की रचना कितनी महान है यूं तो इसके कई मापदंड है. मगर उन में से एक बड़ा फैक्टर है पल पल गुज़रता वक्त. यानि अगर कोई रचना बीतते सालों के साथ भी उतनी ही प्रासंगिक बनी रहे जितनी वो पहले थी. तो कई विद्वान उसे महान की श्रेणी में रखते हैं. मराठी भाषा में संत तुकाराम की कविताओं और रचनाओं को महान कहा जाने का एक बड़ा कारण यही है. संत तुकाराम की रचनाओं को इतिहासकार 400 साल से पुराना मानते हैं मगर आज भी ये मराठी साहित्य का एक अभिन्न अंग है. आज भी महाराष्ट्र के छोटे छोटे गांवों में मसाला कूटती, खाना बनाती महिलाओं को संत तुकाराम की कविताएं गाते सुना जा सकता है. मगर इन कविताओं की रेंज इतनी ज्यादा है कि जहां एक तरफ ये जनसाधारण के लिए इतनी प्रचलित हैं. वहीं दूसरी तरफ भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कई पत्रों में इनका ज़िक्र मिलता है. सुनिए कहानी इन्ही संत तुकाराम की ‘नामी गिरामी’ में.
Mon, 30 Sep 2024 - 484 - गवर्नर को थप्पड़ जड़ने वाला 'ताऊ', जिसने ठुकराया प्रधानमंत्री का पद: नामी गिरामी, Ep 271
यह कहानी उस समय की है जब देश अंग्रेज़ों के अधीन था, लेकिन आज़ादी की चाह बढ़ रही थी। 1928 में हरियाणा के मोगा में लाला लाजपत राय के भाषण को सुनकर एक 16 साल के लड़के ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने का निर्णय लिया. पढ़ाई छोड़कर जेल में समय बिताया और फिर देश बदलने की चाहत से राजनीति में आकर छा गया. ऐसा छाया कि पहले हरियाणा को अलग राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और फिर उसी हरियाणा का दो बार मुख्यमंत्री रहा. मगर ये उस नेता कि ज़िंदगी का महज़ एक परिचय है. सुनिए भारत के छठवें उपप्रधानमंत्री की पूरी कहानी नामी गिरामी के इस एपिसोड में.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंहMon, 23 Sep 2024 - 483 - कॉमरेड सीताराम येचुरी- मनमोहन सरकार में लेफ्ट की आवाज़: नामी गिरामी, Ep 270
JNU की छात्र राजनीति से हुई जिसके राजनीतिक जीवन की शुरुआत, 5 भाषाओं में पकड़ ऐसी कि जिसको चाहे अपना बना लें, एक ऐसा क्रांतिकारी कॉमरेड जिसने इंदिरा गांधी से मांगा इस्तीफा, जो कांग्रेस की सरकार में बनकर रहा लेफ्ट की आवाज़ और जिसके भाषण अक्सर दिलाते है संसदीय परंपराओं की याद. सुनिए कहानी भारतीय राजनीति के मशहूर कॉमरेड सीताराम येचुरी की ‘नामी गिरामी’ में.
प्रड्यूसर: अतुल तिवारी
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंहMon, 16 Sep 2024 - 482 - गांधी को जिसने अहिंसा का पाठ पढ़ाया और शेक्सपियर को नकार दिया: नामी गिरामी, Ep 269
दुनिया के किसी कोने में जब भी महान लेखकों की बात होती है कुछ नाम हर जगह मुंह पर सबसे पहले आते हैं, लियो टॉल्स्टॉय उन्हीं में से एक हैं. टॉल्स्टॉय का लिखा सबकुछ बार-बार पढ़ने लायक है. रूस के इस लेखक से दुनिया के कई नेता प्रेरणा लेते हैं, गांधी उनमें से एक थे. उन्हें कई बार नोबल के नॉमिनेट किया गया लेकिन टॉल्स्टॉय ख़ुद इसके ख़िलाफ़ थे. कुछ सवालों ने उन्हें ज़िंदगीभर परेशान किया, जिसके पीछे वो लगातार भागते रहते थे, सुनिए उनकी कहानी ‘नामी गिरामी’ में.
प्रड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 09 Sep 2024 - 481 - इंदिरा का चहेता, राजीव का दुश्मन, जिसने बदली राजनीति: नामी गिरामी, Ep 268
“राजा नहीं फकीर है, देश की तकदीर है” और “मंडल कमीशन हाय हाय”. ये दो नारे देश में अलग अलग दौर में, मगर एक ही इंसान के लिए लगे. बस एक बार वो सत्ता से लड़ रहा था, और एक बार वो खुद सत्ता में था. नामी गिरामी के इस एपिसोड में सुनिए कहानी इंदिरा को मेंटर मानने वाले, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम, मांडा रियासत के राजा और भारत के 7वें प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदीMon, 02 Sep 2024 - 480 - बिस्मिल्लाह खान के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़ गया था अमेरिका?: नामी गिरामी, Ep 267
देश में जब जब शहनाई का नाम लिया जाता है...नाम लिया जाता है बिस्मिल्लाह खां का. बिहार के डुमरांव में जन्में बिस्मिल्लाह ने कैसे शादियों में बजने वाले वाद्य यंत्र को दुनिया भर में ख्याति का पात्र बनाया? कान्हा ने बिस्मिल्लाह को कौनसा राग सिखाया? बनारस के घाट से उनके प्यार की क्या पराकाष्ठा रही? सुनिए नामी गिरामी में जमशेद क़मर सिद्दीकी से.
प्रड्यूसर: चेतना काला
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदी.Mon, 26 Aug 2024 - 479 - ‘गंगा, AMU, नफीसा’ का वो बेटा जिसने ज़िद्द करके लिखा 'महाभारत': नामी गिरामी, Ep 266
एक लेखक जिसने ज़िद करके भारतीय टीवी जगत का सबसे पॉपुलर शो महाभारत लिखा, गरीब मुसलमानों का 'आधा गांव ' में मार्मिक चित्रण किया, लम्हे और गोलमाल समेत कई फिल्मों में शानदार डायलॉग लिखे, और उसूलों पर अड़कर अपने पिता के खिलाफ़ कम्युनिस्ट कैंडिडेट को चुनाव लड़वाया. सुनिए कहानी मशहूर लेखक और डायलॉग राइटर 'राही मासूम रज़ा' की ‘नामी गिरामी’ में.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्सिंग: कपिल देव सिंहMon, 19 Aug 2024 - 478 - कम्युनिस्टों का वो मुख्यमंत्री जिसके राज में दरका 'लाल किला': नामी गिरामी, Ep 265
आज नामी गिरामी में सुनिए कहानी उस शख्स की जिसने देखा बंगाल के औद्योगीकरण का सपना, जिसे संसद में कहा गया बेस्ट सीएम, जो नाटककार थे, कवि थे, गायक थे और भद्रलोक के भद्रपुरुष के नाम से मशहूर बंगाल की राजनीति में चर्चित भी थे. सुनिए कहानी बुद्धदेव भट्टाचार्या की.
साउंड मिक्सिंग - कपिल देव सिंहMon, 12 Aug 2024 - 477 - मैच फ़िक्सिंग के तूफान से टीम इंडिया को बाहर निकालने वाला कोच: नामी गिरामी, Ep 263
पिता से मिले क्रिकेट के पैशन को लेकर जिस खिलाड़ी ने दी भारतीय टेस्ट को शानदार पारी, अपने संयमित खेल और हिम्मती टेक्नीक के कारण जिसे कहा गया ‘Gutsy’ और ‘Great wall’, कैरिबियन तेज़ गेंदबाजों की खतरनाक गेंदो को झेलकर भी जिसने साबित किया अपना हुनर और वो खिलाड़ी जो मैच फिक्सिंग के तूफान के बीच साबित हुआ इंडियन टीम का लाइटहाउस. नामी गिरामी में आज सुनिए कहानी मशहूर इंडियन क्रिकेटर, नेशनल सिलेक्टर और कोच अंशुमान गायकवाड की.
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 05 Aug 2024 - 476 - सबसे ताक़तवर सरकारी अफसर जिसने इंदिरा- अटल का पद्म पुरस्कार नकारा: नामी गिरामी, Ep 262
फरवरी की ठंड में भूरे, बेजान, पत्ते चरमराते हुए शाख डाल से टूट रहे हैं. देश की जनता इंतज़ार में हैं, इंतज़ार सूरज की गर्म किरणों का, नई कोंपलों के फूटने का, सर्द रातों के अंत का. नेहरू और शास्त्री को गंवाने के बाद निगाहें इंदिरा पर हैं. 1967, रायबरेली में प्रचार करती इंदिरा. इंदिरा, जिन्हें अभी कुछ वक़्त पहले ही लोहिया ने संसद में गूंगी गुड़िया माना.... खत लिख रहीं हैं. ये खत लंदन में बैठे उस व्यक्ति के नाम लिखा जा रहा है, जो आने वाले वर्षों में इंदिरा की राजनीति को आकार देने वाले हैं. वो शख्सियत जो खामोश इंदिरा को पाकिस्तान से लोहा लेने वाली दुर्गा बनाने वाले हैं. ये कहानी है भारत के सबसे प्रभावशाली नौकरशाह परमेश्वर नारायण हक्सर की. सुनिए सिर्फ 'नामी गिरामी' में
प्रड्यूसर: चेतना काला
साउन्ड मिक्सिंग: कपिल देव सिंहMon, 29 Jul 2024 - 475 - कहानी नकली नोट छापकर ब्रिटिश हुकूमत की कमर तोड़ने वाले गुमनाम क्रांतिकारी-कवि की: नामी गिरामी, Ep 261
'पूर्वी' गीत-शैली के बादशाह, लोक-रंगकर्मी भिखारी ठाकुर के गुरु, क्रांतिकारी और कवि महेंदर मिसिर को समाज ने क्यों भुला दिया? महेंदर मिसिर की गायकी में वह क्या खूबियां थी कि जिसके लिए तवायफों ने अपने गहने उतार दिए? एक कवि-गायक को नकली नोट क्यों छापने पड़े? सुनिए महेंदर मिसिर के जीवन के लगभग सभी पहलूओं को 'नामी गिरामी' में.
Mon, 22 Jul 2024 - 474 - लाहौर दिल्ली में जिनके नाम से अस्पताल हैं वो सर गंगाराम कौन थे?: नामी गिरामी, Ep 260
सर गंगाराम जिन्हें Father of Modern Lahore कहा गया, गंगा राम सिर्फ और सिर्फ़ इमारत और शहर बनाने में रूची नहीं रखते थे, उनका मकसद था वो बेहतर समाज बनाए. समाज सेवा के काम के लिए अंग्रेज़ी हुकूमत ने पहले उन्हें राय बहादुर का खिताब दिया और फिर ‘सर’ की उपाधी दी, सुनिए उनकी कहानी ‘नामी गिरामी’ में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 15 Jul 2024 - 473 - चीन को चकमा दे सिक्किम को भारत में मिलाने वाले पहले RAW चीफ की कहानी: नामी गिरामी, Ep 259
देश की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानि रॉ (RAW) के पहले प्रमुख आर. एन. काव (RN Kao) आज़ादी से लेकर IB के गठन, 1971 युद्ध, RAW के गठन, इंदिरा गांधी की हत्या जैसी घटनाओं के प्रत्यक्ष गवाह थे. काव के दिमाग और कुशल रणनीति की वजह से ही भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को एक अलग पहचान और कामयाबी मिली. दुनियाभर में भारत के मास्टरस्पाई के नाम से मशहूर RN Kao की दिलचस्प कहानी, सुनिए 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में.
प्रड्यूस: अतुल तिवारी
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदीMon, 08 Jul 2024 - 472 - भारतीय राजनीति का 'किंगमेकर' कॉमरेड जिसने रूस के राष्ट्रपति को सुना दिया: नामी गिरामी, Ep 258
आज कहानी उस नेता की जिसने 44 सालों की अपनी सियासत में लाल परचम को देश की राजनीति में प्रासंगिक बनाए रखा. आज भी जिसे लोग किंगमेकर के नाम से याद करते हैं. सुरजीत सिर्फ भाषण देने वाले, मार्क्स और लेनिन को कोट करने वाले किताबी कॉमरेड नहीं थे. जमीन की सच्चाई जानते थे. वो बेहद महीन राजनेता थे. उन्हें वीपी सिंह, मुलायम, मायावती से लेकर जयललिता और अमर सिंह तक से बात करने से गुरेज नहीं था. केंद्र में कई सरकार बनवाने में सुरजीत का हाथ रहा, सुनिए उनकी कहानी 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रड्यूसर- अतुल तिवारी
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 01 Jul 2024 - 471 - सरकार से बंदूकें खरीदकर सरकार को ही बेचने वाला इंडस्ट्रियलिस्ट: नामी गिरामी, Ep 257
जे पी मॉर्गन अमेरिका का सबसे प्रभावशाली इंसान थे, उन्होंने देश को पहले भी एक बार आर्थिक संकट से निकाला था, दुनिया का पहली बिलियन डॉलर कंपनी बनाने वाला, जिसके बारे में कहा जाता था कि उसने अमेरिका को खरीद लिया है और शेयर बाज़ार उसके इशारे पर नाचता था, 'नामी गिरामी' में जे पी मॉर्गन की कहानी सुनिए जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 24 Jun 2024 - 470 - बीड़ी धौंकने वाला कवि, जिसने नेहरू की मौत पर कहा- 'पार्टनर! अब फासिज्म आ जाएगा': नामी गिरामी, Ep 256
गजानन माधव मुक्तिबोध का नाम कविता की प्रगतिशील धारा और समकालीन विचारधारा के सबसे प्रासंगिक कवियों में क्यों शुमार है, गजानन माधव मुक्तिबोध का व्यक्तित्व और जीवन कैसा रहा, उनके नाम में 'मुक्तिबोध' शब्द जुड़ने की कहानी क्या है, ''पार्टनर! तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है?'' ये पंक्ति इतनी मशहूर कैसे हुई, मुक्तिबोध की कविताओं-कहानियों की विशेषता क्या है और हरिशंकर परसाई से लेकर विनोद कुमार शुक्ल के साथ उनके रिश्ते कैसे थे और जवाहर लाल नेहरू के बारे में वो क्या सोचते थे, सुनिए 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में नितिन ठाकुर से.
प्रड्यूस: अतुल तिवारी
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदीMon, 17 Jun 2024 - 469 - सबको हराने वाला NTR कैसे पत्नी के प्यार में सब हार गया?: नामी गिरामी, Ep 255
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, तेलुगुदेशम पार्टी के संस्थापक और तेलगु फिल्मों के सुपरस्टार नंदमूरी तारक रामा राव ने राजीव गांधी की लहर में भी अपने क़िले को संभाले रखा, रथ यात्रा पॉलिटिक्स की शुरुआत की और अपनी पत्नी के प्यार में सब लुटा दिया. 300 से ज़्यादा फ़िल्मों में अभिनय, डायरेक्शन, स्क्रीन प्ले करने के बाद NTR ने सात सालों तक आंध्रप्रदेश की सत्ता संभाली, सुनिए NTR की कहानी, जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- सचिन द्विवेदीMon, 10 Jun 2024 - 468 - जेल जाने, बम बनाने और जीवन की धज्जियां उड़ाने वाले साहित्यकार अज्ञेय की कहानी : नामी गिरामी, Ep 254
अज्ञेय—वो विद्रोही लेखक, जिसने साहित्य और जीवन—दोनों ही में परंपराओं को तोड़ा. हिंदी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर रहे अज्ञेय का रचनाकर्म, जीवन के तमाम प्रसंगों और आयामों से समृद्ध है. सुनिए अज्ञेय के जीवन की दिलचस्प कहानी 'नामी गिरामी' में.
प्रड्यूसर : अतुल
साउंड मिक्स : कपिलMon, 03 Jun 2024 - 467 - लिंकन को गोली मारने वाले एक्टर ने उसे तानाशाह क्यों कहा?: नामी गिरामी, Ep 253
अब्राहम लिंकन को गुज़रे 150 साल हो चुके हैं, उनके बाद 30 और राष्ट्रपतियों ने देश की कमान, मुश्किल वक़्त में संभाली है. लेकिन आज भी, लिंकन को उनकी लीडरशिप एबिलिटी के लिए याद किया जाता है... मिसालें दी जाती हैं.लिंकन के सम्मान में अमेरिकी करेंसी के एक सेंट और पांच डॉलर पर लिंकन की तस्वीर लगाई गई है... माउंट रशमोर में पहाड़ पर उकेरे गए चार राष्ट्रपतियों के चेहरों में एक चेहरा लिंकन का भी है, ऐसा क्या ख़ास किया था लिंकन ने, सुनिए 'नामी गिरामी' में.
Mon, 27 May 2024 - 466 - मोनालिसा कैसे लियोनार्डो दा विंची से भी ज़्यादा मशहूर हो गई?: नामी गिरामी, Ep 252
मोनालिसा एक पेंटिंग के साथ-साथ कला जगत के लिए एक पहेली भी है. लगभग 500 साल पहले बनाई गई इस पेटिंग को लेकर आज भी कई थ्योरिज़ गढ़ी जाती हैं. मोनालिसा में कितनी बारीकियां छिपी हैं, उसे वही समझ सकता है जो रंगों के इस्तेमाल, बैठने के तरीके, आंखों की रौशनी, पीछे बनी वादियों को अलग-अलग कर परत दर परत अलग कर सके, कैसे एक पेंटिंग उसे बनाने वाले से बड़ी बन गई, सुनिए नामी गिरामी में किस्सा उस कलाकार लियोनार्डो दा विंची की जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 20 May 2024 - 465 - वो अरबपति कलाकार जो रोम की सड़कों पर फटेहाल घूमता था: नामी गिरामी, Ep 251
मिकल एंजलो ने ऐसी मूर्तियां बनाईं जिसे देख लगता हैं, वो अब बोल उठेंगी, पोप ने पेंटिंग्स बनाने के लिए कहा तो पूरे छत पर न्यूड सब्जेक्ट्स बना दिए और जब मौका मिला वास्तुकला में हाथ आज़माने का तो रोम को सबसे ख़ूबसूरत बिल्डिंग बना कर दिया, हथौड़े की आवज़ा उसके दिल की धड़कनों से मेल खा चुकी थीं, पत्थर टूटने से निकलने वाली धूल उसके नसों में बैठ गई थी, आज 'नामी गिरामी' में सुनिए किस्सा दुनिया के सबसे महान कलाकार की जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 13 May 2024 - 464 - बलराज साहनी के लिए मुंबई के मज़दूर अस्पताल के बाहर क्यों जमा हो गए थे?: नामी गिरामी, Ep 250
इसे संयोग ही माना जाएगा कि दुनिया जिस तारीख को मज़दूर दिवस मनाती है, उसी तारीख यानी पहली मई 1913 को पंजाब के रावलपिंडी में बलराज साहनी का जन्म हुआ, उनकी फ़िल्मों में किरदार और कहानियां अक्सर आम लोगों के हुआ करते थे, उन्होंने ज़िंदगी में कभी एक्टिंग की ट्रेनिंग नहीं ली थी, उन्होंने ज़िंदगी को ही ऐसे जिया, जैसे कोई स्कूल हो, सुनिए 'नामी गिरामी' में बलराज साहनी की ज़िंदगी से जुड़े किस्से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- सचिन द्विवेदीMon, 06 May 2024 - 463 - चुनाव आयोग को अपनी शक्तियां याद दिलाने वाले जामवंत थे टी एन शेषन: नामी गिरामी, Ep 249
तिरुनेलै नारायण अइयर शेषन इन शॉर्ट टी एन शेषन, 12 दिसंबर, 1990 को भारत के 10वें चुनाव आयुक्त बने थे. इनके बाद 15 लोग और इस कुर्सी पर बैठ चुके हैं, लेकिन शेषन ने अपने कार्यकाल में जो किया उसकी वजह से चुनाव आयोग के इतिहास को बिफ़ोर शेषन और आफ़्टर शेषन के तौर पर याद किया जाता है, बतौर चुनाव आयुक्त शेषन ने क्या बदलाव किए, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 29 Apr 2024 - 462 - फ़िल्मों का ग्रामर गढ़ने वाले बस्टर कीटन क्यों भुला दिए गए?: नामी गिरामी, Ep 248
बस्टर कीटन का जन्म स्टेज पर हुआ, ये कहना ज़्यादा ग़लत नहीं होगा. जब वो तीन साल के थे तब से ही वो अपने मां-बाप के साथ स्टेज पर दिखने लगे थे. जब ठीक से बोलना चलना सीख लिया तो पिता के प्ले में किरदार भी निभाने लगे. चार्ली चैप्लिन के समकालिन बस्टर कीटन ने फ़िल्म बनाने का तरीका सिखाया, अपने स्टंट से सबको हंसाया लेकिन क्यों उन्हें आज चैप्लिन की तरह याद नहीं किया जाता, कैसे प्रोडक्शन हाउस ने उनके करियर को डूबो दिया, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 22 Apr 2024 - 461 - 'अश्लील’ गाने गा कर भी चमकीला रिकॉर्ड कैसे तोड़ रहा था?: नामी गिरामी, Ep 247
चमकीला जब स्टेज पर चढ़ता तब उसके रुआब को देखकर लोगों ने उसे पंजाब का एल्विस प्रेस्ली कहना शुरू कर दिया था. स्टेज पर जितना उसका अंदाज़ हिट था, मार्केट में उसके कैसेट सुपरहिट थे. एक तरफ उसके ऊपर अश्लील गीत लिखने और गाने के आरोप लगते थे, दूसरी ओर उसके रिकॉर्डिंग्स हाथों-हाथ बिक जाते थे, अमरजीत सिंह चमकीला की पूरी कहानी, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 15 Apr 2024 - 460 - फ़ोर्ड, जिसे हिटलर से मेडल मिला और गांधी से चरखा: नामी गिरामी, Ep 246
जिस फ़ोर्ड कार कंपनी को हम आज जानते हैं, उसे बनाने से पहले हेनरी फ़ोर्ड ने तीन कार कंपनियां बनाईं. फोर्ड अमेरिका के हीरो थे. युद्ध विरोधी होने के बावजूद पहले और दूसरे विश्वयुद्ध में उन्होंने सेना की मदद में अपनी फ़ैक्ट्रियां खोल दीं. फोर्ड की तारीफ उस जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर तक ने की जो अमेरिका को दुश्मन मानता था और फ़ोर्ड ख़ुद महात्मा गांधी का फैन था, कार बनाने की दुनिया में क्रांति लाने वाले हेनरी फ़ोर्ड की ज़िंदगी से जुड़ी कहानियों और विरोधाभाषों को सुनिए 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर के साथ
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 08 Apr 2024 - 459 - बॉलर बनने की चाहत रखने वाला मुख्तार अंसारी बाहुबली कैसे बना?: नामी गिरामी, Ep 246
मुख़्तार अंसारी की कहानी कभी भी मुख़्तार अंसारी से नहीं शुरू की जा सकती, इसे संपूर्णता में समझने के लिए भारत की आज़ादी से पहले तक जाना होगा. अंसारी परिवार को ग़ाज़ीपुर का 'प्रथम राजनीतिक परिवार भी कहा जाता है. परिवार का रसूख़ पूरे गाज़ीपुर में था, मुख़्तार अंसारी ने इसकी चौहदी को और बढ़ाया, मुख़्तार अंसारी और उनके परिवार का राजनीतिक प्रभाव ग़ाज़ीपुर से लेकर मऊ, जौनपुर, बलिया और बनारस तक गया. कैसे हुआ मुख़्तार अंसारी का उदय और अंत सुनिए नामी गिरामी में पूरा किस्सा जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 01 Apr 2024 - 458 - कहानी बांग्लादेश में कत्लेआम कराने वाले पाकिस्तानी तानाशाह की: नामी गिरामी, Ep 245
1971 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. पूर्वी पाकिस्तान आज़ाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना. लेकिन इस युद्ध के दौरान पाकिस्तान आर्मी चीफ़ और राष्ट्रपति याहया खान पार्टी कर रहे थे. अपनी रंगीन-मिज़ाजी के लिए मशहूर याहया खान किन परिस्थितियों में वो पाकिस्तान के सत्ता के शीर्ष तक पहुंचे? बांग्लादेश में कत्लेआम करवाने वाले इस तानाशाह के ज़िंदगी से जुड़े सभी पहलुओं को जानने के लिए, सुनिए 'नामी गिरामी' जमशेद क़मर सिद्दीक़ी को.
प्रड्यूसर- अतुल तिवारी
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतTue, 26 Mar 2024 - 457 - फिरोज़ गांधी और कमला नेहरू के पोस्टर इलाहाबाद में क्यों चिपकाए गए थे?: नामी गिरामी, Ep 244
फिरोज़ गांधी जो कमला नेहरु के कहने पर कॉलेज की पढ़ाई छोड़ स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और बाद में उनके दामाद भी बने और जब वो सासंद गए तो अपने ससुर और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से तीखे सवाल पूछें और जब कांग्रेस ने केरल की राज्य सरकार को गिराया तो अपनी पत्नी इंदिरा को भी फ़ासिस्ट कहने से नहीं चूके, ‘नामी गिरामी’ में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से सुनिए उस गांधी की कहानी जिसे इतिहास और राजनीति में भुला दिया गया.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 18 Mar 2024 - 456 - बिशन सिंह बेदी जिसने एक सच बोल कर करोड़ों रुपये गवां दिए: नामी गिरामी, Ep 243
बिशन सिंह बेदी जब भी खेल के मैदान पर होते थे, तब उनकी पहचान क्रिकेट के एक आदर्श छात्र के तौर पर होती थी, खेल के प्रति उनकी श्रद्धा अटूट थी लेकिन वो अपने हक़ के लिए लड़ना जानते थे. जैसे लोग अमिताभ बच्चन फ़िल्मों के एंग्री यंग मैन के तौर पर जानते थे, वैसे ही बेदी भी क्रिकेट के एंग्री यंग मैन थे. सरदार ऑफ़ स्पिन की ज़िंदगी से जुड़ी सभी रंगों के जानने के लिए, सुनिए 'नामी गिरामी' जमशेद क़मर सिद्दीक़ी को.
प्रड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 11 Mar 2024 - 455 - 51 रुपये क्यों पंकज उधास को ज़िंदगी की सबसे बड़ी कमाई लगती थी?: नामी गिरामी, Ep 242
मशहूर एक्टर राजकपूर एक बार काम के सिलसले में कहीं जा रहे थे, फ्लाइट के भीतर सीट पर बैठे-बैठे, टैक ऑफ़ होने के इंतज़ार में थे, तभी उन्हें अपनी सीट के पास से एक इंसान को गुज़रता देखा, राज कपूर साहब उसे जानते थे, उन्होंने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा, पंकज तुम अमर हो गए.. जी हां वो इंसान गायक पंकज उधास थे, गर्वित श्रीवास्तव से 'नामी गिरामी' में सुनिए उधास ज़िंदगी के ख़ास लम्हों की कहानी.
प्रोड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंहMon, 04 Mar 2024 - 454 - अमीन सायानी सरकार की एक ग़लती से मशहूर हुए थे?: नामी गिरामी, Ep 241
अमीन सायानी की आवाज़ को अपनी पहचान कैसे मिली, कैसे उन्होंने दशकों तक सुनने वालों के दिलों पर राज किया और ख़ुद रेडियो की पहचान बन गए, अमीन सायानी ने अपने पूरी जीवन में तकरीबन 54 हज़ार रेडियो प्रोग्राम्स को अपनी आवाज़ दी लगभग 19 हज़ार जिंगल्स भी उनके हिस्से आए. यहां तक कि बतौर रेडियो प्रेजेंटर वो कुछ फ़िल्मों में भी दिखे लेकिन कैसे सरकार के एक फ़ैसले ने उनकी ज़िंदगी बदल कर रख दी, सुनिए 'नामी गिरामी' में अमीन सायानी की ज़िंदगी की कहानी.
प्रड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 26 Feb 2024 - 453 - हकीम अजमल खान को कैसे मिल गई हिंदू महासभा की अध्यक्षता?: नामी गिरामी, Ep 240
कब्रों पर घास बहुत आम बात होती है. लेकिन जब आम आदमी की हो. ऐसे आदमी की कब्र की अनदेखी आप बर्दाश्त करेंगे जो स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा था? आज कहानी सुनिए हकीम अज़मल खान की जिनकी कब्र पर घास है लेकिन उनकी उपलब्धियों पर कोई टीका तक नहीं कर सकता 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर: रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स: सचिन द्विवेदीMon, 19 Feb 2024 - 452 - 50 रुपये कम सैलरी लेने वाला डायरेक्टर जो अमिताभ को फ़िल्मों में लाया: नामी गिरामी, Ep 239
ख़्वाजा अहमद अब्बास के बारे में अगर ये कहा जाए कि उन्होंने अपने पेशे से एक सेकेंडे के लिए भी बेइमानी नहीं की तो इसमें कुछ भी ग़लत नहीं होगा. उन्होंने जैसे लोग देखे वैसी कहानियां लिखी, जैसी कहानियां लिखी वैसी फ़िल्में बनाईं और बतौर मूवी क्रिटिक जैसी फ़िल्में देखी बिना किसी के प्रभाव में आए उसकी वैसी आलोचना लिखी, सुनिए 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में कहानी ख़्वाजा अहमद अब्बास के जीवन की.
प्रड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 12 Feb 2024 - 451 - खुशवंत सिंह ने नरगिस से क्यों कहा कि मैं लोगों से कहूँगा आप मेरे साथ सोई हैं?: नामी गिरामी, Ep 238
हिन्दी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री हुई हैं नरगिस. कई इंटरव्यूज में उन्होंने एक वाकये का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे और ऐक्टर संजय दत्त उस वक्त हिमाचल प्रदेश के कसौली में लौरेंस स्कूल में पढ़ते थे. सुनील दत्त की अपनी व्यस्तता थी इसलिए उन्होंने अकेले जाने का निर्णय लिया. उस वक्त के एक मशहूर लेखक और पत्रकार वहीं रहते थे. नरगिस ने उनसे कहा कि क्या वो एक दिन के लिए उनके घर में रह सकती हैं. उस हाज़िरजवाब शख्स ने जवाब दिया कि ऐसा सिर्फ़ एक शर्त पर हो सकता है. और वो तब होगा जब आप मुझे सबसे ये कहने का अधिकार देंगी कि आप मेरे बिस्तर पर सोई हैं. उनका ये जवाब सुन कर नरगिस ज़ोर से हंसी और कहा कि मुझे तुम्हारी ये शर्त मंजूर है. मदर इंडिया,बरसात, आवारा और आग जैसी फिल्मों की अभिनेत्री को इस तरह का प्रस्ताव देने वाले शख्स का नाम था खुशवंत सिंह. पेशे से पत्रकार और लेखक खुशवंत सिंह. नामी गिरामी के इस एपिसोड में सुनिए कहानी खुशवंत सिंह की.
साउंड मिक्स - नितिन रावत
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठीMon, 05 Feb 2024 - 450 - अशोक सिंघल को अटल बिहारी बाजपेई सरकार के खिलाफ अनशन क्यों करना पड़ा था?: नामी गिरामी, Ep 237
विज्ञान पढ़ने वाला एक इंजीनियर लड़का कैसे बना राम मंदिर आंदोलन का मुख्य चेहरा, आरएसएस से विश्व हिन्दू परिषद तक का सफर तय करने वाले अशोक सिंघल का राम मंदिर बनवाने में क्या योगदान था, बाबरी विध्वंस के कितने जिम्मेदार थे सिंघल और अपने अंतिम दो दशकों में उनकी भारतीय जनता पार्टी से क्यों नहीं बन पाई? सुनिए ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में.
साउंड मिक्स – सचिन द्विवेदी
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठीMon, 29 Jan 2024 - 449 - उस्ताद राशिद खान को संगीत की ट्रेनिंग से डर क्यों लगता था?: नामी गिरामी, Ep 236
1968 की जुलाई में एक लड़का रामपुर-सहसवान गायकी घराने में जन्मा था. ये गायकी ग्वालियर घराने के काफी क़रीब मानी जाती है. चाचा दादा और यहां तक उसके नाना भी शास्त्रीय संगीत के उस्ताद लोग थे. लेकिन उस लड़के को गायकी पसन्द नहीं थी. रियाज़ उसे चिढ़ाता था. सात साल की उम्र में उसने अपनी मां को खो दिया. इस घटना ने उसके जीवन को ऐसा बदला कि संगीत के प्रति उस बच्चे की चिढ़ ना जाने कहां चली गई. चाचा के साथ मुम्बई आ गया. संगीत की ट्रेनिंग शुरू हुई. दिन भर में घण्टों रियाज़ और साथ में स्कूल की पढ़ाई. मुश्किल था लेकिन उसने इसे आसान किया और फिर 11 साल की उम्र में उसने अपने जीवन की पहली परफॉर्मेंस दी. दिल्ली आईटीसी में हुए इस प्रोग्राम में बड़े बड़े उस्तादों ने इस लड़के की परफॉर्मेंस पर खड़े हो कर ताली बजाई थी. दीगर बात है कि वो लड़का आगे चलकर राशिद खान कहलाया. संगीत की दुनिया उसे उस्ताद राशिद खान कहती है. सुनिए उस्ताद राशिद खान की पूरी कहानी 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावतMon, 22 Jan 2024 - 448 - मुनव्वर राना को अपनी ख़रीदी गाड़ी से क्यों नफ़रत हो गई थी?: नामी गिरामी, Ep 235
एक शायर था. दुनिया उसे मां पर कहे शेरों से जानती थी. मुहाजिर उसके मुहाजिरनामा के शेर पढ़ कर खुश होते थे. सरकारें उसे इनाम देती थीं. विवाद से उसका नाता भी था. लेकिन आज के 8 बरस पहले उसने तय किया कि वो कोई सरकारी सम्मान या पुरस्कार नहीं लेगा.और ताज़िन्दगी उसने इसे फॉलो भी किया क्योंकि उसे लगता था कि हुकूमत और ये समाज कमज़ोरों के साथ ज्यादती कर रहे हैं. उर्दू का ये शायर हिंदी के काशीनाथ सिंह के साथ कंधा मिला कर खड़ा था और बगावत की लौ को तेज़ कर रहा था.दुनिया उसे मुनव्वर राना के नाम से जानती है. सुनिए मुनव्वर राणा की जिंदगी के सुने-अनसुने किस्से 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - सचिन द्विवेदीMon, 15 Jan 2024 - 447 - जमनालाल बजाज से अंग्रेजों ने क्यों मांगी थी मदद?: नामी गिरामी, Ep 234
4 नवंबर 1889. सीकर के एक गांव काशी का बास में एक लड़का जन्मा था. बहुत ग़रीब परिवार था.लेकिन वो लड़का ग़रीबी में ही मर जाने को ही नहीं पैदा हुआ था.किस्मत उसके साथ थी. उसे एक बड़े कारोबारी सेठ बच्छराज ने गोद ले लिया. 1906 में उसने कारोबार सम्हाला. और तरक्की की वो सीढियां चढ़ीं कि आज उसकी कम्पनी ग़रीबों की मदद करने के बाद भी कॉरपोरेट दुनिया की उस ऊंचाई पर है जहां पर कोई भी कम्पनी पहुंचना चाहती होगी. या कई तो सोच भी नहीं सकतीं. इस लड़के का नाम था जमनालाल. जो बाद में कहलाया जमनालाल बजाज. उद्योगपति जमनालाल बजाज जिसे महात्मा गांधी अपना पांचवा बेटा मानते थे. जिसे नेहरू भारत की आर्थिक आज़ादी का नायक कहते थे. सुनिए उनकी पूरी कहानी 'नामी गिरामी' में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - सचिन द्विवेदीMon, 08 Jan 2024 - 446 - प्रेमचंद की किताब अंग्रेजों ने क्यों जला दी थी?: नामी गिरामी, Ep 233
हरिशंकर परसाई का एक लेख है. लेख क्या है तस्वीर है. एक लेखक के फ़टे जूतों के बारे में. लिखते हैं कि उसने कुरीतियों को इतनी बार जूते मारे की वो फट गए. उसने बेईमानी नहीं की इसलिए नए जूते भी नहीं ख़रीद सका. इस लेखक का नाम है: प्रेमचंद, नमक का दारोगा से लेकर निर्मला और गोदान जैसी उपन्यासों के लेखक मुंशी प्रेमचंद. सुनिए उनकी कहानी इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – सचिन द्विवेदीMon, 01 Jan 2024 - 445 - अमृता की मोहब्बत ने इमरोज़ को कैसे बदला?: नामी गिरामी, Ep 232
मशहूर लेखिका और शायर अमृता प्रीतम की एक किताब छपनी थी. उन्होंने एक आर्टिस्ट जिसका नाम सेठी था, अपनी किताब 'आख़िरी ख़त' का कवर डिज़ाइन करने को कहा. सेठी ने कहा कि वो एक ऐसे बंदे को जानते हैं जो ये काम उनसे बेहतर कर सकता है. अमृता ने कहा ठीक है उसे बुलाओ.सेठी के कहने पर अमृता ने उस शख्स को बुलवाया. शुरुआत में उस आर्टिस्ट ने साफ मना कर दिया. लेकिन अमृता ने रिक्वेस्ट कर उन्हें मनाया और फिर किताब आख़िरी ख़त का कवर तैयार हुआ.लेखन और चित्रकारी की इस जुगलबंदी ने उस किताब को मक़बूल किया. अमृता का वो डिजाइन तो पसन्द आया ही था लेकिन इसके साथ वो चित्रकार भी पसन्द आ चुका था. आगे चल कर इस चित्रकार के साथ अमृता ने और कई बेहतरीन काम किये. और इनके प्रेम के किस्से खूब सुने सुनाए गए. इस आर्टिस्ट का नाम था इमरोज़. सुनिए इमरोज़ की पूरी कहानी इस एपिसोड में.
साउंड मिक्स- नितिन रावतMon, 25 Dec 2023 - 444 - प्रधानमंत्री ना बन पाने की कौन सी 3 वजहें गिनाते थे प्रणब मुखर्जी?: नामी गिरामी, Ep 231
एक नेता था, जो सियासी हलकों में बहुत योग्य कहा जाता था. जिसके पास प्रधानमंत्री बनने के भी बहुत मौके आए, पर किस्मत ने उसका साथ कभी नहीं दिया. मंत्रालयों से काम चलाता रहा. लेकिन एक दिन देश का राष्ट्रपति बना. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो उनकी पार्टी के नहीं थे फिर भी उनके प्रति सम्मान ज़ाहिर करते रहे. इस नेता का नाम है प्रणब मुखर्जी. देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी. सुनिए प्रणब मुखर्जी के जीवन के सुने- अनसुने किस्से ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – सचिन द्विवेदीMon, 18 Dec 2023 - 443 - जूनियर महमूद सुपरस्टार होने के बावजूद छोटे किरदार क्यों निभाते रहे?: नामी गिरामी, Ep 230
नईम सय्यद कैसे बने जूनियर महमूद, 265 फिल्मों में ऐक्टिंग और दर्जनों मराठी फिल्मों में डायरेक्शन और प्रोडक्शन के बावजूद उनका करियर कहाँ अधूरा रह गया, राजेश खन्ना से उनकी क्या शिकायत रही और महमूद उनसे कैसे प्रभावित हुए कि अपना नाम तक दे दिया? सुनिए जूनियर महमूद की पूरी कहानी ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – कपिल देव सिंहMon, 11 Dec 2023 - 442 - एक छतरी के कारण कैसे पकड़ा गया सीरियल किलर रमन राघव! :नामी गिरामी, Ep 229
60 का वो दशक जब बंबई में गरीब, भिखारी, झुग्गियों में रहने वाले, फुटपाथ पर सोने वाले लोग एक-एक कर मारे जा रहे थे. कभी-भी, कहीं भी, कोई भी मार दिया जाता था. मरने वालों के बीच कहीं कोई संबंध नहीं होता था. सिर्फ दो बातों को छोड़कर- पहला, उन्हें मारने का वीभत्स तरीका और दूसरा, खुद मारने वाला. इन्हें मौत की नींद सुलाने वाले का नाम था रमन राघव. जिसे भारत का पहला सीरियल किलर कहा जाता है. इस बार के 'नामी गिरामी' में सुनिए इस सरफिरे कातिल की कहानी जमशेद कमर सिद्दीकी के साथ.
प्रड्यूसर: ख़ुशबू कुमार
साउंड मिक्सिंग: नितिन रावतMon, 04 Dec 2023 - 441 - निर्मला नागपाल से डांस क्वीन कैसे बनी सरोज खान?: नामी गिरामी, Ep 228
फिल्म इंडस्ट्री की मास्टरजी कही जाने वाली सरोज खान ने कई अभिनेत्रियां चाहे वो साधना हो, माधुरी हो, श्रीदेवी हो या ऐश्वर्या सबको डांस की कला में पारंगत बनाया है. लेकिन उनके बेस्ट कोरियोग्राफर बनने का सफर कहां से शुरू होता है, क्यों सरोज खान अपने जैसी एक ही थीं? सुनिए 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर के साथ.
प्रड्यूसर: ख़ुशबू कुमार
साउंड मिक्सिंग: कपिल देव सिंहMon, 27 Nov 2023 - 440 - सुब्रत रॉय के सहाराश्री से बैड ब्वॉय बिलियनर बनने की कहानी में कई मोड़ हैं: नामी गिरामी, Ep 226
सुब्रत रॉय जिनको उनके चाहने वालों ने सहारा श्री कहा और आलोचकों ने जालसाज. उनकी कहानी कई मायनों में रहस्यों से भरी है. कैसे वो व्यक्ति चंद सालों में अरबों की कंपनी का मालिक बन जाता है, जिसको लोग सर-आंखों पर बिठाए रखते थे, जिनकी राजनीति से लेकर सिनेमा जगत में तूती बोलती थी, वह अर्श से फर्श पर क्यों गिरा और उनकी सहारा समूह की चमक क्यों फीकी पड़ने लगी थी? सुनिए 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रोडक्शन: ख़ुशबू कुमार
साउंड मिक्सिंग: नितिन रावतMon, 20 Nov 2023 - 439 - पाकिस्तान बनवा कर उसके भी दो टुकड़े करने वाला नेता: नामी गिरामी, Ep 225
भारत पाकिस्तान के इतिहास में बांग्लादेश का उदय कितनी बड़ी घटना है, ये शायद बताने की भी जरूरत नहीं. इस उदय में उतनी ही बड़ी घटना मुजीब उर् रहमान का होना भी है,जिन्होंने बांग्लादेश को अलग मुल्क बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में सुनिए उनकी कहानी.
साउंड मिक्स – नितिन रावत
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठीMon, 13 Nov 2023 - 438 - जब एक मुख्यमंत्री ने विजयाराजे सिंधिया की फाइल पर लिखा 'ऐसी तैसी': नामी गिरामी, Ep 224
ये कहानी है साठ के दशक की. जगह है मध्यप्रदेश का भोपाल. मुख्यमंत्री आवास के बाहर कुछ छात्रों का मजमा लगा था. सरकार से उनकी कुछ मांगें थीं. छात्रों के साथ एक महिला भी आई थी. सबको लग रहा था कि मुख्यमंत्री द्वारका प्रसाद मिश्र आसानी से इस महिला की बात सुन लेंगे और वो खुशी खुशी लौट जाएंगे. लेकिन होना कुछ और था. मुख्यमंत्री आवास के अंदर पर्ची गई. उस पर लिखा था - ‘राजमाता आई हैं’. लेकिन मुख्यमंत्री शायद व्यस्त थे और बुलावा आने में देर हुआ. महिला बाहर बैठ कर इंतजार करती रही. और फिर उन्हें लगा कि इस इंतजार की इंतेहा हो गई है. अपना अपमान समझ कर वो झटके से उठीं और सीएम आवास से दनदनाती बाहर निकल आईं. आगे जो हुआ वो खबरों में था. महज 48 घंटे के अंदर द्वारका प्रसाद मिश्र और कांग्रेस की सरकार गिर चुकी थी. वो महिला कांग्रेस के 36 विधायकों को लेकर जनसंघ से जा मिलीं. एक लंबे इंतेजार को अपमान समझ कर सरकार तक गिरा देने वाली ये महिला थी ग्वालियर की महारानी और गुना की सांसद विजया राजे सिंधिया. सुनिए उनके जीवन की पूरी कहानी इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – कपिल देव सिंहMon, 06 Nov 2023 - 437 - मीरा के भजन गाने वाली नय्यारा नूर कैसे बनी पाक़िस्तान की बुलबुल?: नामी गिरामी, Ep 224
विरह की रूहानी आवाज़ जिसे गाने का नहीं बल्कि सुनने का शौक़ था, भारत में जन्मी और पाकिस्तान का होकर रह गईं नय्यारा नूर क्यों एक ख़ालिस फ़नकार थीं, फ़ैज़ की शायरी को आवाज़ देने वाली नय्यारा ने क्यों हमेशा संजीदा कलाम ही गाया, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट & प्रोडक्शन ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावतMon, 30 Oct 2023 - 436 - भैरो सिंह शेखावत: ऊंट की सवारी करने वाला राजस्थानी शेर: नामी गिरामी, Ep 223
ऊंट की सवारी और वीर रस की कविता से शुरुआती दिनों में जनता को लुभाने वाले भैरो सिंह शेखावत कैसे बन गए राजस्थान के इकलौते शेर, शेखावत क्यों बार-बार अपना चुनावी क्षेत्र बदल लेते थे, अपनी बिरादरी के ख़िलाफ़ भी खुलकर बोलने वाले बाबोसा का सफ़रनामा 'नामी गिरामी' में सुनिए जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
Mon, 23 Oct 2023 - 435 - यासिर अराफ़ात, सच्चे फ़िलिस्तीनी या गद्दार?: नामी गिरामी, Ep 222
यासिर अराफ़ात, जिसे कभी आतंकवादी कहा गया तो कभी नोबेल से सम्मानित शांतिदूत. जिसके ख़ुद का सच ये था कि वह अक़्सर झूठ बोलता है लेकिन अपने लिए नहीं, अपने लोगों के लिए, उस फ़िलिस्तीन राष्ट्र को साकार करने के लिए जिसे असल मायने में वह कभी पा न सका. यासिर अराफ़ात को फ़िलिस्तीन के संघर्ष का पर्याय क्यों माना जाता है, अराफ़ात के शुरुआती जीवन, परिवार, अरब राष्ट्रवाद के प्रति उनके झुकाव और इज़रायल के प्रति उनके विद्रोह की शुरुआती कहानी, सुनिए 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर से.
प्रड्यूसर: शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग: सचिन द्विवेदीMon, 16 Oct 2023 - 434 - कर्पूरी ठाकुर का सामाजिक न्याय लालू यादव से कैसे अलग था?: नामी गिरामी, Ep 221
राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण जैसे धुरंधरों को अपना गुरु मानने वाले कर्पूरी ठाकुर क्यों दूरदर्शी नेता थे. कर्पूरी, जिनके बारे में कहानियां चलती हैं कि दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहने और तीन दशक से अधिक वक्त तक लगातार बिहार में चुनाव जीतने के बाद भी वे रिक्शे पर चलते रहें. भारतीय राजनीति के इस बेदाग़ छवि वाले नेता की कहानी सुनिए 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर से
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावतMon, 09 Oct 2023 - 433 - वैज्ञानिक जिसने भारत की 'भूख' शांत की: नामी गिरामी, Ep 220
ये साल 1952 था. देश ग़ुलामी से तो निकल चुका था लेकिन देश की एक बड़ी आबादी के सामने सवाल अब भी वही थे. क्या खाएं और कहाँ से लाएं. दस साल पहले ही बंगाल में अकाल ने 30 लाख लोगों को भूख से मारा था और चर्चिल लोगों से कम बच्चे पैदा करने की अपील कर रहा था. अब देश में गांधी का स्वराज तो आ गया था लेकिन ये स्वराज रोडमैप तलाश रहा था. ठीक इसी वक्त भारत की राजधानी दिल्ली से तकरीबन 12 हजार किलोमीटर दूर विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी में एक भारतीय युवा अपनी रिसर्च पूरी कर चुका था. उसकी रिसर्च फसलों पर थी. उसे यूनिवर्सिटी ने असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर जॉइन करने का ऑफर दिया. लेकिन उस युवा ने बड़ी शालीनता से ये ऑफर ठुकरा दिया. उसने कहा कि मैं यहाँ केवल पढ़ने आया हूँ ताकि यहाँ से पाए ज्ञान को मैं अपने देश वापस जा कर खर्च कर सकूँ.भारत लौटे इस युवा की कहानी यहीं तक नहीं थी. यहाँ से ये कहानी शुरू हुई. और ये कहानी भारत की उस क्रांति तक गई जो लोगों के पेट भरने के लिये एक जरूरी उपक्रम थी. आप और हम जिसे हरित क्रांति या ग्रीन रिवॉल्यूशन के नाम से जानते हैं. इस युवा का नाम था – डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन. भारत में ग्रीन रिवॉल्यूशन के जनक कहे जाने वाले स्वामीनाथन. 'नामी गिरामी' के इस एपिसोड में सुनिए स्वामीनाथन की पूरी कहानी.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - कपिल देव सिंहMon, 02 Oct 2023 - 432 - पाकिस्तान का वो कव्वाल जो लता मंगेशकर से ज़्यादा पैसे लेता था: नामी गिरामी, Ep 219
कव्वाल जिसने कव्वाली को दरगाहों की चारदीवारी से निकाल कर आम लोगों के ज़बान तक पहुंचा दिया, कैसे उन्होंने पश्चिमी गायकों को भी अपना मुरीद बना लिया था. सुनिए तबला बजाने से लेकर सदी का सबसे बड़ा कव्वाल बनने तक नुसरत फतेह अली खान का सफ़र ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – कपिल देव सिंहMon, 25 Sep 2023 - 431 - अफ़ग़ान नेता जिससे ना रूस जीत सका, ना तालिबान ने पार पाया: नामी गिरामी, Ep 218
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तर में एक घाटी है. पंजशीर नाम की इस घाटी में डेढ़ से दो लाख लोग रहते हैं. लेकिन इस घाटी का इतिहास अफगानिस्तान से जुदा है. अस्सी के दशक में सोवियत यूनियन हो जो अब रूस है या नब्बे में तालिबान – पंजशीर कब्जों से आजाद रहा. देश की राजधानी सोवियत यूनियन की मार सह रही थी. सोवियत सेना अफ़ग़ानिस्तान के लोगों पर ज़ुल्म ढा रही थी लेकिन ये घाटी बगावत का बिगुल बजाए हुए थे. इस बगावत के पीछे एक शख्स था. एक नेता जो आज भी अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बीच लग रहे आजादी के नारों का कारण है. इस शख्स का नाम था अहमद शाह मसूद.वही मसूद जिन्होंने नौ बार रुसियों को पंजशीर से भगाया. सुनिए 'नामी गिरामी' में उनकी पूरी कहानी.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावतMon, 18 Sep 2023 - 430 - सरसंघचालक जिसने RSS को घर घर पहुंचाया: नामी गिरामी, Ep 217
साल 1940 का वो जून महीना था. शहर था महाराष्ट्र का नागपुर. इसी शहर के एक मोहल्ले में इतिहास चुपके से घटने वाला था. बहुत छोटे से कमरे में दो लोग मौजूद थे. एक बुजुर्ग और बीमार था . दूसरा जवान और तंदरुस्त. बीमार आदमी पेशे से डॉक्टर था और दूसरा प्रोफेसर. थोड़ी सी बातचीत के बाद बिस्तर पर लेटे हुए उस बुजुर्ग ने जवान आदमी को चिट्ठी पकड़ाई. चिट्ठी में लिखा था- इससे पहले तुम मुझे डॉक्टरों के हवाले करो,मैं तुम्हें कहना चाहता हूँ कि अब से इस संगठन को चलाने की जिम्मेदारी तुम्हारी होगी. इसके थोड़े ही देर बाद बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया गया. अगले दिन 21 जून को पूरे नागपुर में उनके निधन की खबर फैल गई. ये थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉक्टर केशवराम बलिराम हेडगेवार जिन्हें स्वयंसेवक आदर से डॉक्टर साहब कहते थे और उन्होंने जिन्हे अपना उत्तराधिकार सौंपा था वो थे 34 साल के फिजिक्स प्रोफेसर माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर. संघ के दूसरे सरसंघचालक गोलवलकर जिन्हें उनकी किताब We or Our Nationhood Defined के आधार पर कोई हिन्दू राष्ट्रवाद का प्रणेता कहता है तो कोई उनकी दूसरी किताब Bunch of thoughts के आधार पर नफरत का मसीहा. सुनिए ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में माधव सदाशिव राव गोलवलकर की कहानी.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – सचिन द्विवेदीMon, 11 Sep 2023 - 429 - चापलूस सेनाध्यक्ष कैसे बना था पाकिस्तान का सबसे बड़ा तानाशाह?: नामी गिरामी, Ep 216
वो पाकिस्तान के रावलपिंडी की सेंट्रल जेल थी. रात के दो बज रहे थे. अप्रैल की गर्मी के बीच भी रात ठंडी थी. उस जेल की स्पेशल बैरक में एक बहुत ही स्पेशल आदमी कोने में पड़ा हुआ था. फांसी की सज़ा सुनने के बाद वो दिन-रात गिन रहा था. इस सज़ा से महज़ दो साल पहले तक वो शख्स पाकिस्तान का वज़ीर-ए- आज़म था. पाकिस्तान में होने जा रही ये ऐसी फांसी थी जिसे रोकने के लिए पूरी दुनिया अपील कर चुकी थी. आखिरकार उसे नकाब पहनाकर गले में फंदा डाला गया. करीब 2 बजकर 40 मिनट पर जल्लाद ने लीवर खींचा.थोड़ी देर तक उस जिस्म ने हरकत की और फिर शांत पड़ गया. अब वो लाश थी. लाश पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फिकार अली भुट्टो की. उन्हें ऐसी मौत तक पहुंचानेवाले का नाम था जनरल ज़िया उल हक.
सुनिए पाकिस्तान के तानाशाह ज़िया उल हक़ की पूरी कहानी 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर से..
प्रोड्यूसर- रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स- सचिन द्विवेदीMon, 04 Sep 2023 - 428 - पुतिन के सबसे भरोसेमंद प्रिगोज़िन को क्यों करनी पड़ी बग़ावत?:नामी गिरामी, Ep 215
रूस में सेंट पीट्सबर्ग नाम का एक शहर है. कभी मॉस्को जितनी ही हैसियत रखता था. 1918 तक रूस की राजधानी रहा. फिर जारों के पतन के साथ ये इस शहर से भी ये तमगा छिन गया. इस शहर के इर्द गिर्द रूस की राजनीति हमेशा से घूमती रही है. इतिहास में रासपूतिन हों या वर्तमान के पुतिन, सबकी सफलता में ये शहर शामिल रहा है. यहीं से निकल कर एक छोटा सा अपराधी मॉस्को आता है और कम समय में उसका कद इतना बढ़ चुका होता है कि लोग उसे राष्ट्रपति का राइट हैंड या राष्ट्रपति का संकटमोचक कह कर बुलाते हैं. कुछ ही दिन बाद राष्ट्रपति का यही राइट हैंड उनसे बग़ावत करता है और अपनी प्राइवेट आर्मी जो अब तक प्रेसीडेंट के इशारे पर चल रही थी, उसके सहारे मॉस्को कूच का ऐलान कर देता है. बातचीत से मामला सुलझता है लेकिन उसके लिए कुछ नहीं सुलझता. उस बग़ावत के दो महीने बाद एक प्लेन क्रैश होता है. थोड़ी ही देर में अंतर्राष्ट्रीय न्यूज चैनल्स की स्क्रीन पर ब्रेकिंग आ जाती है
वैगनर आर्मी चीफ येवेगेनी प्रिगोजिन डेड इन प्लेन क्रैश. सुनिए 'नामी गिरामी में प्रिगोजिन की पूरी कहानी.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावतMon, 28 Aug 2023 - 427 - सुलभ इंटरनेशनल का जन्मदाता जिससे US Army ने भी मदद मांगी: नामी गिरामी, Ep 214
साल 1970. देश को आजाद हुए 23 साल बीत चुके थे. आजादी के बाद के वादे पूरे न होने से एक निराशा जन्म चुकी थी, और इसी निराशा से जन्मा था एंग्री यंग मैन का किरदार जो परदे पर सिस्टम से लड़ता था. सरकारें खुले में शौच रोकने के लिए जुर्माने लगा रही थीं या पोस्टर. उसी वक्त बिहार के वैशाली ज़िले से एक इंसान निकलता है और महज 50-60 रुपयों के सहारे पूरे देश में शौचालय बनाने का उपक्रम बनाने का सपना देखता है. साल 2023 में वो इस दुनिया को अलविदा कह देता है. लेकिन बीच के इन 53 सालों में वो शौचालयों का एक पूरा सेटअप तैयार कर चुका होता है. सुलभ नाम का उसका ये उपक्रम देश भर के हर शहर और हर गली में वाकई सुलभ बन जाता है. इस शख्स का नाम है बिन्देश्वर पाठक जिसने सुलभ इंटरनेशनल नाम की संस्था को जन्म दिया. दुनिया उसे टॉयलेट मैन के नाम से जानती है. सुनिए 'नामी-गिरामी' में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावतMon, 21 Aug 2023 - 426 - ब्रिटिश संसद में ब्रिटिश हुकूमत को दुष्ट कहनेवाला हिंदुस्तानी नेता: नामी गिरामी, Ep 213
ये वक्त उन्नीसवीं शताब्दी के अंत का था. ब्रिटेन भारत पर अपनी पकड़ पूरी तरह से बना चुका था. छोटी छोटी बग़ावतें हो तो रही थीं मगर इतनी नहीं कि ब्रिटिश शासन को डिगा सके. ये वही वक्त था जब भारत में ब्रिटिश अफसरान के घरों के बाहर वो बोर्ड बड़े आम हो चुके थे जिसपर लिखा होता था इंडियंस एण्ड डॉग्स आर नॉट अलाउड. इसी वक्त में एक शख्स बॉम्बे प्रेसिडेंसी से निकल कर ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स का मेम्बर बनता है. ताकि भारत की व्यथा,भारतीयों की तकलीफ उन्हें सुना सके। और वहाँ की संसद में चीख कर कहता है ब्रिटिश शासन भारतीयों के लिए एक दुष्ट शासन है जिसे जितनी जल्दी हो भारत भारतीयों को सौंप देना चाहिए. इस शख्स का नाम था दादाभाई नौरोजी. ग़ुलाम भारत के पहले नेता. जिन्हें कभी महात्मा गांधी ने राष्ट्रपिता कहा था. सुनिए दादाभाई नौरोजी के सुने अनसुने किस्से नामी गिरामी में.
Mon, 14 Aug 2023 - 425 - ग़ालिब की शायरी से 1857 की लड़ाई का ज़िक्र क्यों गायब है?: नामी गिरामी, Ep 212
एक किस्सा है. 1857 के आसपास का. अंग्रेज किसी भी शर्त पर तहरीक ए आज़ादी की हर आवाज को दबाना चाहते थे और इसकी जद में वो मुसलमान भी आए जो मुग़लों के करीबी थे। शक था कि कहीं इनकी मदद से मुग़ल फिर से ना खड़े हो जाएं. दिल्ली के बल्लीमारान इलाके का एक मुसलमान इस समय के खून खराबे से दुखी था. शायरी करता ही था लेकिन इस दौर को भी अपनी डायरी में दर्ज करता रहा. और एक दिन उसकी हवेली पर भी दस्तक हुई. वो शख्स बाहर आया. सामने अंग्रेज़ सिपाहियों की एक टोली खड़ी थी। उसके सिर पर टोपी, शरीर पर हाथ से बनाया हुआ एक चोंगा और उस चोंगे पर झूलता हुआ इजारबंद था. एक अंग्रेजी अफसर ने उससे पूछा "तुम्हारा नाम क्या होता?"उस शख्स ने अपना नाम बताया. अंग्रेज़ ने फिर पूछा -"तुम लाल किला में जाता होता था?"उसने जवाब दिया -"जाता था मगर-जब बुलाया जाता था."अंग्रेज़ ने फिर पूछा -क्यों जाता था? उसने कहा -अपनी शायरी सुनाने
अंग्रेज़- "यू मीन तुम पोएट होता है?"
उसने कहा - होता नहीं, हूँ भी. अंग्रेज़ अब अपने असल सवाल पर आया - तुम का रिलीजन कौन सा होता है?"
उस शख्स ने सर झुकाया और कहा -आधा मुसलमान.
"वॉट" अंग्रेज़ चौंक गया। उसको इस जवाब की उम्मीद कतई नहीं थी। नाराज़गी से बोला "आधा मुसलमान क्या होता है?"
वो शख्स मु्स्कुराया और सर उठाते हुए बोला, – वही जो शराब पीता है लेकिन सुअर नहीं खाता"
अंग्रेज़ एक पल उनके चेहरे को देखा और फिरज़ोर का ठहाका लगाया। उसे ये जवाब इतना मज़ेदार लगा कि उसने इस हाज़िर जवाब शख्स को छोड़ दिया। ये आधा मुसलमान शख्स वही था.. जो कहता था कि रगों में दौड़ते रहने के हम नहीं कायल... जो आंख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है। एक शख्स जिसने उर्दू और फारसी को नयी ज़मीन और नया आसमान बख्शा ... एक ऐसा शायर जिसके पास ज़िंदगी के हर नर्म और नुकीले एहसास के लिए एक शेर मौजूद है - उस शख्स का नाम है - असदउल्ला बेग ख़ान और दुनिया उसे कहती है मिर्ज़ा ग़ालिब...सुनिए ग़ालिब के सुने-अनसुने किस्से इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - सचिन द्विवेदीWed, 09 Aug 2023 - 424 - चंद्रशेखर आज़ाद के सटीक निशाने ने भगत सिंह को मरने से कैसे बचाया था: नामी गिरामी, Ep 211
ये 1921 का ग़ुलाम भारत था.आंदोलन से झल्लाए अंग्रेज़ बच्चों बूढ़ों तक को सलाखों के पीछे डाल रहे थे. इसी धरपकड़ में पंद्रह साल का एक किशोर भी कैद में डाला गया. फिर एक दिन उसे कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में पेशी के दिन मजिस्ट्रेट ने कड़कड़ाते हुए पूछा.. तुम्हारा नाम?
बच्चे ने जवाब दिया - आज़ाद.
पिता का नाम?- आज़ादी.
पता?- 'जेल.'
मजिस्ट्रेट बच्चे के जवाबों से खीझ रहा था. उसने आदेश सुनाया- इसे 15 बेंत मारकर छोड़ा जाए. बच्चे का चेहरा देख सभी हैरान थे. चेहरे पर शिकन तक नहीं थी. जब उसकी पीठ पर बेंत लगाए गए तब भी बेहोश होने तक वो नारे लगा रहा था.काशी विद्यापीठ के इस छात्र को उस दिन सिर्फ बनारस ने जाना था.. भविष्य में देश को चंद्रशेखर आज़ाद के नाम से जानना था. नामी गिरामी में सुनिए कहानी चंद्रशेखर आज़ाद की.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - कपिल देव सिंहWed, 09 Aug 2023 - 423 - USA को एटम बम देने वाले ओपनहाइमर 'गद्दार' क्यों ठहरा दिए गए थे?: नामी गिरामी, Ep 210
ओपनहाइमर की असली कहानी क्या है, क्या उन्होंने अपने प्रोफेसर को साइनाइड देने की कोशिश की थी, उन्होंने न्यूयॉर्क में क्वांटम फिजिक्स पढ़ाना क्यों शुरू किया, मैनहैटन प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने एक अलग शहर क्यों बसाया, एटम बम बनाने की कहानी क्या है, उन्हें अमेरिका ने गद्दार करार क्यों दे दिया था, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 24 Jul 2023 - 422 - डॉ सीवी रमन की ख़ोज आज ड्रग्स माफिया के लिए काल क्यों बन गई है?: नामी गिरामी, Ep 209
डॉ सीवी रमन कौन थे, वो पढ़ाई करने इंग्लैंड क्यों नहीं जा पाए, रिसर्च छोड़ उन्हें सरकारी नौकरी क्यों करनी पड़ी, कलकत्ता यूनिवर्सिटी में उनकी बहाली पर सवाल क्यों उठे, नाबेल पुरस्कार पाने के लिए उन्हें जूझना क्यों पड़ा, नेहरू की साइंस नीति के रमन ख़िलाफ क्यों थे, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूसर- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 17 Jul 2023 - 421 - अमृता प्रीतम ने साहिर लुधियानवी से प्रेम किया, इज़हार नहीं: नामी गिरामी, Ep 208
अमृता प्रीतम को कविताओं से लगाव कब हुआ, ईश्वर से उनकी क्या शिकायत थी, भारत विभाजन की बेचैनी में उन्होंने क्या लिख दिया, अमृता की नज़रों में प्रेम क्या था, साहिर से उन्होंने कभी प्रेम का इज़हार क्यों नहीं किया, इमरोज़ और अमृता की प्रेम कहानी क्या है, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूसर- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 10 Jul 2023 - 420 - लाला ने मैच से पहले पाकिस्तान की फिक्सिंग कैसे पकड़ी थी?: नामी गिरामी, Ep 207
लाला अमरनाथ कौन थे, लोगों ने मैदान में उनके ऊपर गहने क्यों उछाल दिए थे, अपने कप्तान से इंग्लैंड में वो क्यों भिड़ गए, एक दशक तक उनके इंटरनेशनल करियर पर ब्रेक क्यों लगा रहा और क्या हुआ जब 1954 में लाला टीम इंडिया के साथ पाकिस्तान पहुंचे, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 03 Jul 2023 - 419 - वो मंगोल शासक जिसकी क्रूरता ने यमुना को लाशों से भर दिया: नामी गिरामी, Ep 206
तैमूर का नाम तैमूर लंग कैसे पड़ा, चरवाहा से वो अमीर कैसे बना, क्यों उसने अपने ही दोस्त की हत्या करवा दी, समरकंद को जीतने के लिए उसने कौन सी चाल चली थी, भारत आने से पहले वो किन देशों पर कब्ज़ा कर चुका था, भारत आने के बाद तैमूर वापस क्यों चला गया और जब उसकी दिल्ली में एंट्री हुई तो उसने कैसे कत्लेआम मचाया, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च,स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 26 Jun 2023 - 418 - योग गुरु जिसके एक इशारे पर बदल जाता था इंदिरा गांधी का मंत्रिमंडल: नामी गिरामी, Ep 205
धीरेंद्र ब्रह्मचारी की मुलाकात इंदिरा गांधी से कैसे हुई, उनका सरकार पर कितना कंट्रोल था, इंदिरा के मंत्रिमंडल में उनका कितना हस्तक्षेप था, कैसे उन्होंने इंद्र कुमार गुजराल को उनके पद से हटवा दिया था, जमीन अधिग्रहण के आरोप उनपर क्यों लगते रहे, उनकी देसी बंदूक बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा क्यों पड़ा, जीवन के आखिर वर्ष उन्हें अवसान में क्यों काटने पड़े और जम्मू में उन्होंने कितना बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया था, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 19 Jun 2023 - 417 - महाभारत के 'शकुनि मामा' सेना में भर्ती क्यों हो गए थे?: नामी गिरामी, Ep 204
गूफी पेंटल का शुरुआती बचपन कष्टदायक क्यों रहा, पिता के कहने पर वो इंजीनियरिंग पढ़ने क्यों चले गए, आर्मी में शामिल होने का ख्याल उन्हें कहां से आया, अपने भाई की बदौलत गूफी ने सिनेमा जगत में कैसे एंट्री ली, शकुनी के रोल के लिए बीआर चोपड़ा ने शकुनि को क्यों पसंद किया, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीकी से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 12 Jun 2023 - 416 - देसी पहलवान जिसने लंदन के एक दर्जन पहलवानों को पटक-पटक कर मारा: नामी गिरामी, Ep 203
150 साल पहले जोधपुर शहर में देश भर के पहलवानों का मजमा लगा था. चुने हुए चार सौ पहलवान दम खम दिखाकर खूब वाहवाही बटोर रहे थे. खुद जोधपुर के राजा जसवंत सिंह के न्योते पर भारी तादाद में तमाशबीन पहुंचे थे. पहलवानों के बीच दस साल का एक बच्चा भी था,जो पंजाब के अमृतसर से आया था. हैरानी इस बात की थी कि ये तमाशबीन नहीं बल्कि प्रतियोगिता में हिस्सेदार के तौर पर पहुंचा था. राजा के आदेश पर दंड बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ,सबसे ज्यादा देर तक जो भी इस सिलसिले को बरकरार रखता वो विजेता होता. इस प्रतियोगिता को जीतकर दस साल के गामा पहलवान ने इतिहास रच दिया और आजीवन अजय रहा, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- रोहित त्रिपाठी
साउंड मिक्सिंग- अमृत रेजीMon, 05 Jun 2023 - 415 - खिलाड़ी जो आंख गंवाकर भी क्रिकेट कप्तान बना :नामी गिरामी,Ep 202
टाइगर पटौदी को क्रिकेट का शौक कैसे चढ़ा, ग्यारह साल की उम्र में उन्हें नवाब क्यों बनना पड़ा, उनकी एक आंख ख़राब कैसे हो गई थी, एक दशक में उन्होंने इंडियन क्रिकेट टीम के लिए क्या किया, लोग उन्हें टाइगर क्यों बुलाते थे, सुनिए नामी गिरामी में जमशेद क़मर सिद्दीकी से
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रोडक्शन - सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग - अमृत रेजीMon, 29 May 2023 - 414 - माफिया क्वीन सपना दीदी दाऊद का क्रिकेट स्टेडियम में खात्मा क्यों नहीं कर पाई?: नामी गिरामी, Ep 201
सपना दीदी को दाऊद से इतनी नफरत क्यों थी, क्यों दाऊद के ख़िलाफ उसने गैंगस्टर हुसैन उस्तरा की मदद ली, उस्तरा से दोस्ती के बावजूद दोनों अलग क्यों हो गए, एक क्रिकेट मैच में कैसे सपना दीदी ने दाऊद को मारने का प्लान बनाया और क्या हुआ जब दाऊद के राइट हैंड छोटा शकील को इस प्लान का पता चल गया, सुनिए नामी गिरामी में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 22 May 2023 - 413 - हल्दीघाटी में मुगलों को धूल चटाकर भी महाराणा ने क्या भूल कर दी थी?: नामी गिरामी, Ep 200
महाराणा प्रताप के पिता उदय सिंह ने प्रताप के बदले छोटे बेटे को उत्तराधिकारी क्यों चुना, किसके विद्रोह के कारण महाराणा का राजतिलक हो सका, हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा की सेना कैसे मुगलों पर भारी पड़ी थी, हल्दीघाटी युद्ध के बाद प्रताप ने मुगलों की नाक में दम कैसे कर दिया, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 15 May 2023 - 412 - बेनज़ीर क्यों चाहती थी भारत-पाकिस्तान एक हो जाएं: नामी गिरामी, Ep 199
ये साल 2007 था. भारत में तब कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए सरकार अपना पहला कार्यकाल पूरा कर रही थी. पाकिस्तान में ये वक्त परवेज़ मुशर्रफ का था. तख्तापलट कर सत्ता में आए मुशर्रफ के शासन का ये आखिरी साल था क्योंकि वहाँ कुछ ऐसा होने जा रहा था जो मुशर्रफ पर सत्ता छोड़ने का दबाव बनाने वाला था. सेना और मुशर्रफ के खिलाफ बोलने वाले वैसे तो कई थे जो पाकिस्तान में चुनी हुई सरकार चाहते थे लेकिन एक औरत जो इस देश की प्रधानमंत्री भी रह चुकी थी और अब सीना ताने सैन्य शासन के विरोध में खड़ी थी. वही मुशर्रफ के इस शासन में आखिरी कील भी ठोंकने जा रही थी. 7 अक्टूबर को जब वो ये औरत एक कार्यक्रम के बाद पेशावर से इस्लामाबाद पहुंची तो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने इन्हें आगाह किया कि आपकी जान को खतरा है. कल आपका जहां कार्यक्रम है वहाँ आप पर हमला बोला जा सकता है.
उस महिला ने कहा तो आप हमारी सुरक्षा क्यों नहीं बढ़ा देते? और यही कह कर सारी बहस खत्म कर दी. अगले दिन लाखों की भीड़ में वो औरत रावल पिंडी के लियाकत बाग जा रही थी. रास्ते में भीड़ इतनी थी कि उन्होंने अपनी कार की रुफ़ खोल कर खड़ा हो जाना बेहतर समझा. वो सबसे अभिवादन करते हुए बढ़ ही रही थी लेकिन किसे पता था कि महज कुछ सौ मीटर दूर जाने का ये सफर उस औरत का आखिरी सफर होगा. उसी भीड़ में एक शख्स निकलता है जो हाथ में पिस्टल लिए हुए था. वो इस औरत की गाड़ी के नजदीक जाता है. और पिस्टल निकाल कर ताबड़तोड़ तीन गोलियां बरसा देता है. उस औरत के सिर पर ये गोलियां बरसाई गई थीं. इसके बाद उस शख्स ने वहीं पर बम से अपने आप को भी उड़ा लिया. चारों ओर अब लाशें दिखने लगी थी. इस गाड़ी का ड्राइवर जहां गोली लगने से ये औरत पड़ी हुई थी, पहियों के रिम के सहारे लोगों की लाशों पर गाड़ी चढ़ा कर वहाँ से ले गया – लेकिन सब जानते थे देर बहुत देर हो चुकी है. ये औरत थी पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो. सुनिए उनकी पूरी कहानी 'नामी गिरामी' में.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - कपिल देव सिंह
नोट - पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट्स के निजी हैं.Mon, 08 May 2023 - 411 - प्रकाश सिंह बादल जिन्हें PM मोदी ने भारत का नेल्सन मंडेला कहा था :नामी गिरामी, Ep 198
1975 में भारत को पहली बार इमरजेंसी का मुंह देखना पड़ा. पड़ोसी पाकिस्तान से सटे पंजाब में इसे लेकर आक्रोश था. सूबे के सबसे बड़े नेता का साथ दिल्ली को मिल जाता तो माहौल बदल भी सकता था. लेकिन नेता का नाम बादल था. प्रकाश सिंह बादल, जो गरजते और बरसते दोनों थे. चार साल पहले पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बादल फिलहाल विपक्ष में थे. उनके साथ वही हुआ जो इंदिरा की लाइन पर ना चलने वाले बाकी विपक्षियों के साथ हुआ. तिहाड़ की एक काल कोठरी उन्नीस महीनों तक उनका ठिकाना बन गई. इस बीच ना वो डिगे ना बदले. उल्टा पंजाब में प्रतिरोध का सबसे बड़ा चेहरा बन गए. इमरजेंसी हटने के बाद पूरे देश में चुनाव की घोषणा हुई. अकाली दल जोर शोर से कांग्रेस के खिलाफ कैम्पेनिंग कर रहा था. संजय गांधी का एजेंडा पंजाब में लागू करने के चलते कांग्रेसी CM ज्ञानी जैल सिंह के खिलाफ बहुत असंतोष था. जत्थे के जत्थे सड़कों पर उतर् आए थे. नतीजा ये हुआ कि बादल ने कांग्रेस को पंजाब से उखाड़ फेंका. लेकिन ये कहानी इमरजेंसी से और पहले की है.सुनिए नामी गिरामी के इस एपिसोड में प्रकाश सिंह बादल की पूरी कहानी.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावत
नोट - पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट्स के निजी हैं.Mon, 01 May 2023 - 410 - पेरियार क्यों कहते थे कि गांधी,धर्म और भगवान को खत्म कर दूंगा?: नामी गिरामी, Ep 197
तमिलनाडु अपने प्राचीन मंदिरों के लिए मशहूर है. चोल-चेर- पाँडवाज के समय बनाए गए मंदिर वहाँ के मंदिर अपनी विशेषता के लिए जाने जाते हैं. लेकिन इन्हीं में से कई मंदिरों के ठीक सामने सफेद दाढ़ी वाले एक ऐसे शख्स की मूर्ति है जो धर्म के लिए बहुत मुश्किल सवाल बन गया था. जो आस्था का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी था. जो कहता था कि भगवान का अस्तित्व है ही नहीं.ये कहानी है पेरियार की. पूरा नाम ई. वी. रामास्वामी. जिन्होंने पिछली सदी से अबतक दक्षिण की राजनीति को ऐसी दिशा दी जो वहाँ की मुख्यधारा बन गई. सुनिए पेरियार के जीवन के सुने-अनसुने किस्से.
प्रोड्यूसर - रोहित त्रिपाठी
साउंड मिक्स - सचिन द्विवेदीMon, 24 Apr 2023 - 409 - हिंदी सिनेमा का विलेन जिसे आप नाम से कम चेहरे से ज्यादा जानते हैं: नामी गिरामी, Ep 196
बॉब क्रिस्टो ऑस्ट्रेलिया से भारत क्यों आए, उनकी लव स्टोरी क्या थी, परवीन बाबी के किस तस्वीर ने उन्हें उनका फैन बना दिया, बंबई आने के बाद वो सबसे पहले जुहू क्यों गए थे, संजय ख़ान से उनकी दोस्ती कैसी थी, सुनिए नामी गिरामी में जमशेद क़मर सिद्दीकी से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 17 Apr 2023 - 408 - 1971 युद्ध में पाकिस्तान को हराने वाले सैम मानेकशॉ की कहानी: नामी गिरामी, Ep 195
सैम मानेकशॉ डॉक्टर बनते बनते फील्ड मार्शल कैसे बन गए, बर्मा की लड़ाई में सात गोलियां लगने के बावजूद उनकी जान कैसे बचाई गई, क्यों अपने पिता से उन्होंने डेढ़ साल बात नहीं की थी, किस रक्षा मंत्री से उनकी बहस ने उनपर इन्क्वायरी ऑफ कोर्ट बैठा दी थी, 1971 युद्ध की उन्होंने किस तरह तैयारी की और कैसे अपने अंतिम समय में उन्हें राजनेताओं और सेना के चीफ ने अकेला छोड़ दिया, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 10 Apr 2023 - 407 - मर्लिन मुनरो की शोहरत उनकी मौत की वजह कैसे बन गई?: नामी गिरामी, Ep 194
मर्लिन मुनरो मां के होते हुए भी अनाथ क्यों हो गईं थीं, वो हमेशा प्यार की तलाश में क्यों भटकती रहीं, उनकी फिल्मों में एंट्री की कहानी क्या है, क्यों उनके पति उन्हें हाउसवाइफ बना कर ही रखना चाहते थे, मर्लिन ने शोहरत पाने के लिए किस प्रोड्यूसर का इस्तेमाल किया, फॉक्स स्टूडियो के साथ उनका करार क्यों टूट गया और उनकी शोहरत ही उनकी मौत की वजह क्यों बन गई, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 03 Apr 2023 - 406 - दूसरे विश्वयुद्ध का बीज बोने वाला जापानी PM जिसने यूएस-चीन तक बम बरसाए: नामी गिरामी, Ep 193
हिदेकी तोजो कौन थे, जापान की राजनीति में उनका क्या योगदान था, अमेरिका पर उन्होंने हमला क्यों किया, दूसरे विश्व युद्ध के बीज बोने का आरोप उन पर क्यों लगता है, सुभाष चंद्र बोस के साथ तोजो का क्या संबंध था, चीन में हज़ारों लोगों की हत्या, महिलाओं का बलात्कार करवाने का आरोप उन पर क्यों लगता है, सुनिए 'नामी गिरामी' में नितिन ठाकुर से.
प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 27 Mar 2023 - 405 - बॉलीवुड के सबसे मुंहफट और शरीफ़ 'विलेन' थे अमजद ख़ान: नामी गिरामी, Ep 192
अमजद ख़ान ने सिनेमा में कदम कैसे रखा, गब्बर सिंह का किरदार डैनी के जगह उन्हें क्यों मिला, क्यों अमजद की आवाज़ पर लोगों ने सवाल उठाए थे, किस घटना ने उनके फिल्मी करियर पर सालों तक विराम लगा दिया, मोटापा उनके लिए काल क्यों साबित हुआ और उन्हें हिंदी सिनेमा का सबसे मुंहफट कलाकार क्यों कहा जाता है, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- अमृत रेजीMon, 20 Mar 2023 - 404 - 'कैलेंडर' हो या 'पप्पू पेजर', सतीश कौशिक के किरदार अपने से क्यों लगते थे?: नामी गिरामी, Ep 191
साल 1987 फिल्मों के लिहाज़ से एक मील का पत्थर माना जाता है क्योंकि इसी साल आई थी एक फिल्म जो अपने दौर के हिसाब से वक्त से काफी आगे थी। नाम था मिस्टर इंडिया। एक अरुण नाम का बंदा जिसका किरदार निभाया था अनिल कपूर ने... लेकिन कमाल की बात ये है कि जितनी चर्चा इस फिल्म में हीरो अनिल कपूर की हुई उतनी ही फिल्म के सहायक किरदार सतीश कौशिक की भी हुई – जिनके किरदार का नाम था – कैलेंडर. वही एक्टर 2023 , मार्च की नौ तारीख़ को हार्ट अटैक से इस दुनिया को अलविदा कह गया। एक दिन पहले ही फ़िल्मी गीतकार जावेद अख़्तर के घर होली खेली थी. एक दिन पहले ही त्योहारी उल्लास में ख़ुश हो कर जीवन से संतुष्ट हुआ होगा. एक दिन बाद ही कीबोर्ड पर उसके मौत की ख़बर टाइप हुई. वही फ़ोटोज तैर रही थी,रंग लगे चेहरे. उनमे भी मुस्कुराता वो शख़्स जो 35 साल से केवल मुस्कान नहीं सबको हँसी का फव्वारा दे रहा था. शख़्स का नाम था सतीश कौशिक. सुनिए इस सितारे की कहानी 'नामी गिरामी' में.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- रोहित त्रिपाठी
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 13 Mar 2023 - 403 - वो “तांत्रिक” जिसने रूस के अंतिम ज़ार को कठपुतली बना दिया: नामी गिरामी, Ep 190
रूसी राजमहल में एक बच्चा ज़ोर ज़ोर से रो रहा था. वो बीमार था.. बहुत बीमार. भले ही उसके मां बाप रूस के ज़ार और ज़ारीना थे मगर पैसा और ताकत कई बार बेबस हो जाते हैं. आज वैसा ही दिन था. बरसों की मनौतियों और पूजा पाठ के बाद पैदा हुए एलेक्सई की हालत अब किसी से देखी नहीं जा रही थी. उसे हीमोफीलिया था. इस बीमारी में खून के थक्के नहीं बनते. एक बार घाव हो गया तो फिर खून बहता रहता है. दुनिया भर के डॉक्टर्स के इलाज से बात नहीं बनी तो तय हुआ कि अब जादू की शरण ली जाए. धर्म की दुनिया उम्मीद देती है. वही उम्मीद शाही परिवार को भी थी. इस नाजुक वक्त में रूसी राजमहल तक एक संत एक जादूगर की ख्याति पहुंची जो लोगों की बीमारी ठीक कर देता था. रूस के राजमहल में साइबेरिया से आए एक ऐसे शख्स का प्रवेश हुआ जिसका दावा था वो सारी बीमारियां ठीक कर देता है. उसकी लम्बी बेतरतीब दाढ़ी, गन्दे कपड़े और डरावनी आंखें चुगली खाते थे उसके बेपरवाह और अजीब सा होने की. लेकिन आज राजमहल को इसकी चिंता नहीं थी. उन्हें अपना बच्चा स्वस्थ चाहिए था. ज़ार औऱ ज़ारीना उस अजीब से आदमी के पांवों में गिर गए. कृपा की भीख मांगने लगे. उस आदमी ने भी उन्हें निराश नहीं किया. भरोसा दिलाया कि ज़ार के वारिस को सिर्फ वही ठीक कर सकता है. हुआ भी वही. बच्चा ठीक होने लगा. ज़ार और ज़ारीना के लिए ये खुशी की बात थी लेकिन ये उनके साम्राज्य के पतन की शुरुआत भी थी. क्योंकि सन्त होने का दावा करने वाला ये शख़्स अगले कुछ बरसों में पूरे रूसी साम्राज्य को अपने इसी एहसान के दम पर नचाने वाला था. इस शख़्स का नाम था-रासपुतिन. ग्रिगोई रासपुतिन. रूसी इतिहास जिसे साधु कम एक खलनायक तांत्रिक के रूप में ज़्यादा जानता है. सुनिए रासपुतिन की पूरी कहानी ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में नितिन ठाकुर से.
प्रोड्यूसर- रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्सिंग - कपिल देव सिंहMon, 06 Mar 2023 - 402 - कांग्रेस की किस ग़लती ने भिंडरांवाले को ताकतवर बना दिया था?: नामी गिरामी, Ep 189
दमदमी टकसाल का अध्यक्ष भिंडरावाले कांग्रेस की संपर्क में कैसे आया, कांग्रेस की मदद से कैसे उसने अपना कुनबा बढ़ाया, अकाल तख़्त पर उसने कब्ज़ा क्यों किया, पंजाब केसरी के संपादक की हत्या का दोषी भिंडरांवाले को क्यों बताया गया, ऑपरेशन ब्लू स्टार की प्लानिंग कैसे हुई, आर्मी ने कैसे पंजाब को अपने कंट्रोल में ले लिया था, सुनिए नामी गिरामी में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 27 Feb 2023 - 401 - लाश से रेप करनेवाला सबसे कुख्यात सीरियल किलर कैसे पकड़ा गया? नामी गिरामी, Ep 188
टेड बंडी लड़कियों का कत्ल करने के बाद उसका रेप क्यों करता था, क्यों अमेरिकी राजनीति में उसने कदम रखा, पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम क्यों होती रही, पकड़े जाने के बावजूद वो जेल से फरार कैसे हो गया और अंत में दो पत्रकारों के कारण उसने अपना गुनाह कैसे कबूल किया, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 20 Feb 2023 - 400 - मुशर्रफ़ ने अपना कोर्ट मार्शल रुकने पर क्यों कहा था- थैंक्यू इंडिया!: नामी गिरामी, Ep 188
ये साल 1999 का अक्टूबर महीना था. घड़ी में शाम के पाँच बजे थे. कराची का आसमान भयंकर बारिश और तूफान के बाद कुछ देर पहले ही साफ हुआ था. एयरपोर्ट पर कोलंबो से आया एक जहाज लैंडिंग की परमिशन मांगते हुए चक्कर लगा रहा था. फ्यूल खत्म होने को था लेकिन इजाजत नहीं मिल रही थी. ये उस ड्रामे की शुरुआत थी जो थोड़ी देर बाद पूरे पाकिस्तान में खेला जाना था. सरकार और सेना के बीच. इस जहाज को न उतरने देने का आदेश खुद मुल्क के प्रधानमंत्री ने दिया था, और विमान में देश का सेनाप्रमुख बैठा था. पाकिस्तान को जानने वाले समझते हैं कि वहाँ सेना अध्यक्ष का रुतबा क्या होता है. लैंडिंग की चाहत में विमान कराची से बाहर भी हो आया था मगर कोई भी उसे रनवे पर नहीं उतरने दे रहा था. ढाई घंटों तक अपने ही देश के आसमान में चक्कर काटने के बाद आखिरकार ये कराची में ही उतरा लेकिन तब तक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ गिरफ्तार किये जा चुके थे. शाम ढलते ढलते और रात के गहराते एक बार फिर पाकिस्तान तख्तापलट का शिकार हो गया. सेनाअध्यक्ष परवेज़ मुशर्रफ ने शरीफ़ सरकार को किनारे किया और खुद गद्दी पर जा बैठे. विमान में बैठे इस शख़्स का नाम था,परवेज़ मुशर्रफ़. और पाकिस्तान की ये शाम सेना प्रमुख को राष्ट्र प्रमुख बनते देख रही थी. कैसे पाकिस्तान के एक जनरल ने पाकिस्तान में तख्तापलट कर दिया,ऐसा क्या हुआ जो ये नौबत आई और कारगिल में मुशर्रफ का क्या रोल था? सुनिए पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख और तानाशाह परवेज़ मुशर्रफ की कहानी नामी-गिरामी के लेटेस्ट एपिसोड में.
प्रड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदीMon, 13 Feb 2023 - 399 - वो वकील जिससे हार जाने के बाद इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगवा दी थी: नामी गिरामी, Ep 187
शांति भूषण ने वकालत करने का मन क्यों बनाया, उनकी किस ज़िद्द ने उनके पिता को परेशान कर दिया था, क्या हुआ जब शांति के मित्र क्रिकेट खेलते वक्त चोटिल हो गए थे, उन्होंने राज नारायण का केस लड़ने की हामी क्यों भरी, इंदिरा गांधी से क्रॉस क्वेश्चनिंग के दौरान उनके किस सवाल ने इंदिरा को परेशान कर दिया था, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 06 Feb 2023 - 398 - इस आदमी ने नमक,पानी, चीनी घोला और करोड़ों लोगों की जान बचा ली: नामी गिरामी, Ep 186
दिलीप महालनोबिस कौन थे, उन्होंने शुरुआती शिक्षा कहां से हासिल की, ब्रिटिश सरकार की मदद से वो लंदन कैसे पहुंचे, भारत में हैजा पर उन्होंने रिसर्च कैसे शुरू की, 1971 रिफ्यूजी क्राइसिस के दौरान क्या हुआ जब हैजा की दवा ख़त्म हो गई, कैसे डॉ महालनोबिस ने ओआरएस की ख़ोज की थी, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 30 Jan 2023 - 397 - ज्योतिबा फुले ने क्यों आज़ादी की पहली लड़ाई का समर्थन नहीं किया था?: नामी गिरामी, Ep 185
ज्योतिराव फुले ने कब समाज सुधार का प्रण लिया, महिला शिक्षा पर उन्होंने कौन कौन से कार्य किए, क्यों विधवाओं के लिए उन्होंने आश्रम खोलने का निर्णय लिया, किसानों को लेकर उन्होंने कैसे आवाज़ मुखर की, उनके पिता ने ज्योतिबा को घर से क्यों निकाल दिया था, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट, प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 23 Jan 2023 - 396 - शरद यादव की चतुर चाल से देश को मिला था ओबीसी आरक्षण?: नामी गिरामी, Ep 184
मध्यप्रदेश की जबलपुर से सांसद रहे शरद यादव बिहार की राजनीति में प्रासंगिक कैसे हो गए, राजीव गांधी के खिलाफ चौधरी चरण सिंह ने शरद पर दांव क्यों खेला था, मंडल कमीशन लागू करवाने में इनका क्या रोल था, लालू यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने के लिए इन्होंने कौन सी चाल चली थी, क्यों अपनी भाषणों को कारण शरद जाने जाते थे, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- अमृत रेजीMon, 16 Jan 2023 - 395 - डेढ़ दशक तक म्यूज़िक इंडस्ट्री पर राज करने वाले आर डी बर्मन से फिल्म डायरेक्टर कन्नी क्यों काटने लगे थे?: नामी गिरामी, Ep 183
आर डी बर्मन को हिंदी सिनेमा में सबसे बड़ा ब्रेक कैसे मिला, तीसरी मंजिल फिल्म में शम्मी कपूर ने कैसे आर डी बर्मन का ऑडिशन ले लिया था, एक चतुर नार गाना गाने से मन्ना डे ने मना क्यों कर दिया था और अचानक गाने में किशोर कुमार की कौन सी हरकत ने मन्ना डे और पंचम दा को अचरज में डाल दिया था, 1980 के दशक में ज्यादातर डायरेक्टर आर डी बर्मन को साइन करने से क्यों बच रहे थे, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंहMon, 09 Jan 2023 - 394 - सेना ने पेले को वर्ल्ड कप खेलने पर मजबूर क्यों किया था?: नामी गिरामी, Ep 182
पेले ने फुटबॉल खेलना क्यों शुरू किया, वर्ल्ड कप में चोटिल होने के बावजूद वो टीम का हिस्सा क्यों बने रहे, 1966 के बाद उन्होंने वर्ल्ड कप न खेलने का फैसला क्यों किया, सेना ने पेले को वर्ल्ड कप खेलने पर मजबूर क्यों किया था, पेले को ब्राजील ने नेशनल ट्रेजरी घोषित क्यों कर दिया, कैसे पेले ने हज़ारों लोगों की जान बचाई थी और ब्राजील के सैन्य शासन का उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया था, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 02 Jan 2023 - 393 - जोसेफ स्टालिन को लेनिन अपना उत्तराधिकारी क्यों नहीं बनाना चाहते थे?: नामी गिरामी, Ep 181
जोसेफ स्टालिन ने कम्यूनिज्म को क्यों चुना, लेनिन की नज़र में आने के लिए उन्होंने क्या किया, जब लेनिन की मृत्यु हुई तो वो स्टालिन को देश की कमान क्यों नहीं सौंपना चाहते थे, क्या हुआ जब किसानों को कलेक्टिवाइजेशन के दौर में धकेल दिया गया, अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को स्टालिन ने कैसे किनारे लगाया और मृत्यु के बाद एक दिन वो कमरे में क्यों पड़े रहे, सुनिए 'नामी गिरामी' में सूरज कुमार से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट और प्रड्यूस- सूरज कुमार
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावतMon, 26 Dec 2022
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